अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (International Cricket Council) और मेजबान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 27 जून 2023 को आईसीसी (ICC) वनडे वर्ल्ड कप का शेड्यूल जारी कर दिया। वर्ल्ड कप में भारत के 10 मैदानों पर कुल 47 मैच खेले जाएंगे। हालांकि, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के गृहनगर रांची (Ranchi) समेत पांच ऐसे भी शहर हैं, जिनको मेजबानी के लिए एक भी मैच नहीं मिला है।

जी हां, मोहाली (Mohali), इंदौर (Indore), राजकोट (Rajkot), रांची और नागपुर (Nagpur) को एक भी मैच नहीं मिला है। वनडे विश्व कप के मैचों की मेजबानी नहीं मिलने पर मोहाली और इंदौर समेत देश के प्रमुख क्रिकेट केंद्रों के अधिकारियों ने निराशा जताई है। विश्व कप के मैच 5 अक्टूबर से 19 नवंबर तक हैदराबाद, अहमदाबाद, धर्मशाला, दिल्ली, चेन्नई, लखनऊ, पुणे, बेंगलुरू, मुंबई और कोलकाता में खेले जाएंगे।

आईसीसी टूर्नामेंट में आम तौर पर मेजबान आयोजन समिति द्वारा प्रस्तावित मेजबान शहरों को मंजूरी मिल जाती है। नियमित तौर पर अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी कर रहे इंदौर को विश्व कप का एक भी मैच नहीं मिला है। मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर ने इस पर निराशा जताई है।

अभिलाष खांडेकर ने कहा, ‘इंदौर में 1987 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच विश्व कप का मैच हुआ था। हमें दुख है कि इस बार इंदौर को बाहर रखा गया। पता नहीं बीसीसीआई की क्या मजबूरी थी। हमें लगा था कि इंदौर को मैच मिलेगा।’

विश्व कप 2019 में 11 वेन्यू चुने गए थे, जबकि 2015 में 14 शहरों में मैच हुए थे। एक प्रदेश इकाई के अधिकारी ने कहा, ‘हमें बताया गया था कि 4-5 बड़े महानगरों के अलावा क्षेत्र के आधार पर (उत्तर, दक्षिण, पश्चिम, पूर्व, मध्य) 1-1 मैच मिलेगा। अहमदाबाद स्टेडियम सबसे बड़ा होने के कारण वहां फाइनल खेला जाएगा।’

पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर ने विश्वकप मुकाबले की मेजबानी करने वाले शहरों में मोहाली को शामिल नहीं किए जाने की निंदा की। उन्होंने दावा किया कि मेजबान शहरों का चयन राजनीति कारणों से प्रेरित है। उनका कहना है कि मोहाली क्रिकेट स्टेडियम 1996 और 2011 के विश्व कप के कुछ प्रमुख मुकाबलों का गवाह रहा है, लेकिन इस बार इसे एक भी मैच की मेजबानी का मौका नहीं दिया गया। पंजाब के मंत्री ने ‘राजनीतिक हस्तक्षेप’ का आरोप लगाया और तंज कसते हुए कहा, ‘सब जानते हैं कि बीसीसीआई की अगुआई कौन कर रहा है।’