अहमदाबाद स्थिति मोटेरा क्रिकेट ग्राउंड का नाम पहले सरदार पटेल स्टेडियम किया था। 24 फरवरी 2021 (बुधवार) को इसका नाम बदला गया और नरेंद्र मोदी स्टेडियम किया गया। इसके बाद विपक्षी पार्टियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर सरदार पटेल का अपमान करने का आरोप लगाया। नेताओं के आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में एक भी क्रिकेट स्टेडियम क्रिकेटर के नाम पर नहीं है।
कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में देश को वर्ल्ड कप दिलाया, लेकिन उनके नाम पर भी एक भी स्टेडियम नहीं है। स्टेडियम को नरेंद्र मोदी के नाम पर करने की चर्चा सब जगह है, लेकिन किसी नेता के नाम पर स्टेडियम, एरिना या कॉम्पलेक्स को करना भारतीय खेल जगत में नया नहीं है। हाल ही में दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडियम का नाम अरुण जेटली स्टेडियम और लखनऊ के इकाना स्टेडियम का नाम भारतरत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम कर दिया गया।’
भारत में ऐसा कोई भी क्रिकेट स्टेडियम नहीं है जिसका नाम क्रिकेटर से जुड़ा हो और उसने इंटरनेशन या फर्स्ट क्लास मैचों का आयोजन किया हो। देश में ऐसे स्टेडियम हैं जो राजनेताओं, उद्योगपतियों, प्रशासकों, संगीतकारों और यहां तक कि बड़े कॉर्पोरेट्स के महाप्रबंधकों को भी सम्मानित करते हैं। हालांकि, दो क्रिकेट स्टेडियमों का नाम हॉकी खिलाड़ियों के नाम पर रखा गया है- ग्वालियर में कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम और लखनऊ में के डी सिंह बाबू स्टेडियम।
मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम और वानखेड़े स्टेडियम का नाम भी जीवित आदमी के नाम पर रखा गया था। ऐसा ही नवी मुंबई के डीवाई स्टेडियम, बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम और चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में भी हुआ। मोहाली के पीसीए स्टेडियम का नाम 2015 में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष आईएस बिंद्रा के नाम पर किया गया। देश में नौ स्टेडियम पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर है। इनमें से आठ स्टेडियम- नई दिल्ली, चेन्नई, कोच्ची, इंदौर, गुवाहाटी, मरगाओ, पुणे और गाजियाबाद में घरेलू या इंटरनेशन क्रिकेट मैच हो चुका है।
इंदिरा गांधी के नाम पर तीन (गुवाहाटी, नई दिल्ली और विजयवाड़ा) और राजीव गांधी के नाम पर भी तीन (हैदराबाद, देहरादून और कोच्ची) स्टेडियम/एरीना हैं। अटल बिहारी वाजपेयी के नाम दो (नादौन और लखनऊ) हैं। सरदार पटेल के नाम पर दो स्टेडियम थे, लेकिन अब एक ही बचा। मोटेरा स्टेडियम का नाम बदल गया। वलसाड में उनके नाम पर एक स्टेडियम है। फिरोज शाह कोटला का नाम 2019 में अरुण जेटली स्टेडियम हुआ और कोझिकोड के ईएमएस स्टेडियम का नाम कम्यूनिस्ट पार्टी के लीडर और केरल के प्रथम मुख्यमंत्री ईएमएस नंबूदिरीपाट के नाम पर रखा गया। खिलाड़ियों के नाम पर देश में दो हॉकी मैदान (मेजर ध्यानचंद) और एक फुटबॉल मैदान (बाईचुंग भूटिया) है।