दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट में पुराने खिलाड़ियों का अपमान अक्सर होता रहा है। पहले एबी डीविलियर्स अब फाफ डु प्लेसिस और इमरान ताहिर। दरअसल चेन्नई सुपर किंग्स के आईपीएल जीतने के बाद सीएसए (क्रिकेट साउथ अफ्रीका) ने सोशल मीडिया पर सीएसके के खिलाड़ी लुंगी नगिडी को टैग करके बधाई दी जबकि वे अंतिम-11 का हिस्सा भी नहीं थे। वहीं डु प्लेसिस और इमरान ताहिर इन दोनों क्रिकेटर्स का बोर्ड ने जिक्र भी नहीं किया।
ये विवाद तब और बढ़ जाता है जब आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले चुनी गई टी20 वर्ल्ड कप की टीम में भी इन स्टार क्रिकेटर्स को जगह नहीं दी गई थी। गौरतलब है कि डु प्लेसिस और ताहिर दोनों ने टी20 खेलने के लिए टेस्ट से संन्यास लिया था। लेकिन लगातार बोर्ड के द्वारा इन दोनों खिलाड़ियों को दरकिनार किया जा रहा है।
ताजा विवाद उस वक्त सामने आया जब चेन्नई सुपर किंग्स के आईपीएल 2021 का खिताब जीतने के बाद सीएसए ने सोशल मीडिया पर सिर्फ लुंगी नगिडी को टैग करके शुभकामनाएं दी। नगिडी फाइनल क्या पिछले कई मुकाबलों से सीएसके की अंतिम-11 का हिस्सा भी नहीं रहे हैं। जबकि फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच बने डु प्लेसिस का कोई जिक्र भी नहीं था।
निश्चित ही एमएस धोनी के ओपनर को ये बात पसंद नहीं आई। उन्होंने इस पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए अपने देश के क्रिकेट बोर्ड से सवाल किया कि, सही में (really)???
वहीं बोर्ड के इस अपमानजनक रवैये पर टीम के अन्य दिग्गज क्रिकेटर और डु प्लेसिस की कप्तानी में खेलने वाले डेल स्टेन ने भी रोष जताया। उन्होंने भी इस पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि,’कौन इस अकाउंट को चला रहा है। जहां तक मुझे पता है फाफ और इमरान अभी तक रिटायर नहीं हुए हैं। इन खिलाड़ियों ने देश के लिए सालों तक अपनी सेवा दी है। क्या ये एक टैग या मेनशन भी डिजर्व नहीं करते? दुखद!’
स्टेन और फैंस के विरोध के बाद सीएसए ने अपनी पोस्ट के कमेंट सेक्शन को ब्लॉक कर दिया। इसके बाद स्टेन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर भी एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “CSA ने अब कमेंट सेक्शन को ब्लॉक कर दिया है। यहां कुछ सलाह देना चाहूंगा है। सही चीज करें। पोस्ट हटाएं और इसमें शामिल सभी खिलाड़ियों को जोड़ें, अपने आप को शर्मिंदगी और उपहास से बचाएं।”
इससे पहले इमरान ताहिर ने भी टी20 वर्ल्ड कप की टीम में नहीं चुने जाने के बाद खुले तौर पर दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट का विरोध किया था। उनको भी लंबे परिश्रम के बाद टी20 वर्ल्ड कप की टीम में जगह नहीं मिली थी। उन्होंने बताया था कि ग्रीम स्मिथ ने उनसे वादा किया था लेकिन मार्क बाउचर के कोच बनने के बाद किसी ने उनको कोई रिस्पॉन्स नहीं किया।