भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज इन दिनों ऑस्ट्रेलिया में हैं। वे 17 दिसंबर से शुरू होने वाली चार टेस्ट की सीरीज में खेलने की तैयारी कर रहे हैं। सिराज के पिता का निधन शुक्रवार (20 नवंबर) को हो गया था। उनके पिता मोहम्मद गौस 53 वर्ष के थे और फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे थे। सिराज ने पिता के निधन के बाद पहली बार बयान दिया। सिराज ने कहा कि पिता का सपना था कि मैं भारत के लिए खेलूं और देश का नाम रोशन करूं।

इंडियन क्रिकेट टीम के आधिकारिक इंस्टाग्राम पर एक वीडियो सोमवार (23 नवंबर) को अपलोड किया गया है। इसमें सिराज ने कहा, ‘‘पिता मुझे सबसे ज्यादा सपोर्ट करते थे। यह मेरे लिए सबसे बड़ा नुकसान है। उनकी ख्वाइश थी कि मैं इंडिया के लिए खेलते जाऊं और देश का नाम रोशन करूं। यहां से अब मेरी मानसिकता है कि मैं उनके सपने को पूरा करूं। इस परिस्थिति में टीम के साथियों ने जिस तरह मदद की, वह बहुत अच्छा लगा। इन्होंने किसी चीज की तकलीफ नहीं होने दी।’’

सिराज ने आगे कहा, ‘‘मम्मी ने कहा है कि उधर ही रहो। पिता की जो ख्वाइश थी कि तुम इंडिया के लिए खेलते जाओ। वहां उसे पूरा करो। देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करो और नाम रोशन करो।’’ गरीब परिवार से आने वाले गौस ने अपने बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए सबकुछ दांव पर लगा दिया था। उन्होंने पेट काटकर सिराज को क्रिकेटर बना दिया। आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर की ओर से खेलने वाला यह तेज गेंदबाज अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट डेब्यू कर सकता है, लेकिन पिता यह नहीं देख पाएंगे।

सिराज के पिता की कमाई ज्यादा नहीं दी थी। इसके बावजूद बेटे के सपनों के बीच पैसों को नहीं आने दिया। उन्होंने हैदराबाद की सड़कों पर लगातार ऑटो चलाया और बेटे को छोटी गलियों से निकालकर बड़े स्टेडियम में पहुंचा दिया। सिराज ने भारत के लिए 1 वनडे और 3 टी20 में हिस्सा लिया है। उन्होंने टी20 में 3 विकेट लिए हैं। भारत के लिए पहला मैच 2017 में न्यूजीलैंड के खिलाफ राजकोट में खेले थे। उन्होंने आईपीएल में 35 मैच में 39 विकेट लिए हैं।