केरल के मोहम्मद अजहरुद्दीन ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 13 जनवरी की रात इतिहास रचा था। वे इस टूर्नामेंट के 11 साल के इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज बने थे। इतना ही नहीं टी20 मैचों में केरल की ओर ये पहली सेंचुरी थी। अजहरुद्दीन ने मुंबई के खिलाफ 9 चौके और 11 छक्के की मदद से 54 गेंद में नाबाद 137 रन ठोक डाले। अजहरुद्दीन ने 37 गेंद में अपना शतक पूरा किया। इस पारी के बाद उन्हें देश का दूसरा ‘अजहर’ कहा जाने लगा है।
दरअसल, केरल के इस अजहरुद्दीन के भाई कमरुद्दीन भारत के महान खिलाड़ी और पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के जबरदस्त फैन हैं। इसलिए अपने भाई का नाम अजमल से अजहरुद्दीन रख दिया। वे केरल के थलांगरा, कासरगोड के रहने वाले हैं। 26 साल के अजहर कुल सात भाई हैं। उन्होंने मुंबई जैसी मजबूत गेंदबाजी वाली टीम को धो दिया। इस पारी के बाद उनके भाई कमरुद्दीन ने कहा, ‘‘सिर्फ हम ही नहीं, पूरा थलांगरा उसकी बल्लेबाजी को देखने के लिए टीवी से चिपका हुआ था।
मुंबई की तेज गेंदबाजी आक्रामण में अनुभवी धवल कुलकर्णी के अलावा आईपीएल 2020 से चमकने वाले तुषार देशपांडे भी हैं। इसके बावजूद वे बिना डरे हुए खेलें। उनके शॉट्स की तुलना रोहित शर्मा से की जाने लगी। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज और केरल के कोच टिनू योहानन ने कहा, ‘‘मैंने उससे ऐसी पारी की उम्मीद की थी, लेकिन इस तरह की विस्फोटक नहीं। उसने जिस तरह स्क्वायर लेग पर शॉट लगाया वह मुझे काफी पसंद आया।’’ अजहर के सभी भाई कम से कम जिला लेवल पर क्रिकेट खेल चुके हैं। कमरुद्दीन ने कहा, ‘‘मैं 25 साल की उम्र में मिडिल-ईस्ट में जॉब कर रहा था। उस समय उसका जन्म हुआ था। वह हमारे परिवार में सबसे युवा है।’’
in 37 balls!
Sensational stuff this is from Mohammed Azharuddeen.
What a knock this has been from the Kerala opener! #KERvMUM #SyedMushtaqAliT20
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— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) January 13, 2021
अजहर 15 साल की उम्र में कोट्टयम स्थित केरल क्रिकेट एसोसिएशन एकेडमी में गए थे। उनका सपना पहला फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में खेलने का था। छह सीजन पहले उन्हें केरल की टीम में शामिल किया गया। ऐसा कहा जाने लगा कि दूसरा अजहर तैयार हो रहा है। हालांकि, उन्होंने 22 मैच में सिर्फ 25.91 की औसत से रन बनाए। 21 टी20 मुकाबलों में उनका औसत 23.76 का रहा। कोच योहानन ने कहा, ‘‘वह लंबे शॉट लगाने वाला बल्लेबाज है। कई कारणों से उसे सही पॉजिशन नहीं मिली। वह हमेशा छठे या सातवें नंबर पर खेलता रहा। यह उसके खेल के लिए ठीक नहीं था।’’
कोविड-19 के कारण हुए लॉकडाउन में अजहर ने योहानन फोन किया। योहानन ने कहा, ‘‘जब मैं कोच बना तो उसने मुझे कॉल किया। उसने मुझसे बल्लेबाजी क्रम के बारे में पूछा। मेरे मन में उससे ओपनिंग कराने को लेकर कोई शंका नहीं थी। उसका दिमाग साफ है।’’ इस शतकीय पारी के बाद अगले महीने होने वाले आईपीएल ऑक्शन में अजहर को लेकर टीमें आपस भिड़ती हुई नजर आ सकती हैं। उन्हें करोड़ों रुपए मिल सकते हैं।