ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने मंगलवार (29 अक्टूबर) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। वह पाकिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की व्हाइट बॉल सीरीज में सहायक कोच की भूमिका में दिखेंगे। वह ऑस्ट्रेलिया के फील्डिंग और विकेटकीपिंग कोच होंगे। हाल ही में उन्होंने लेवल 3 कोचिंग का सर्टिफिकेट हासिल किया है।

2021 टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में वेड की पारी को हमेशा याद किया जाएगा। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को संकट से उबारकर जीत दिला दी थी। फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर ऑस्ट्रेलिया पहली बार टी20 चैंपियन बना था। वेड का जीवन संघर्षों से भरा है। उन्हें 16 साल की उम्र में कैंसर हो गया था। वह कलर ब्लाइंड भी हैं। इसके अलावा बढ़ई और प्लंबर का काम किया है।

16 साल की उम्र में कैंसर और प्लंबर का काम

मैथ्यू वेड 16 साल के थे जब उन्हें संयोग से पता चला कि उन्हें अंडकोष का कैंसर (Testicular Cancer) है। फुटबॉल मैच के दौरान उन्हें ग्रोइन इंजरी हो गई थी। इसके इलाज के दौरान उन्हें यह बुरी खबर मिली। उनका 2 बार कीमोथेरेपी हुआ। जब कैंसर का इलाज चल रहा था तो उन्हें लगा कि वह खेल नहीं सकते। इसलिए उन्होंने प्लंबर की ट्रेनिंग ली।

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कलर ब्लाइंड होने से क्रिकेट खेलने में दिक्कत

वेड कलर ब्लाइंड हैं यानी उन्हें रंग में अंतर समझने में दिक्कत होती है। इस वजह से उन्हें डेनाइट क्रिकेट में विशेषकर गुलाबी गेंद से खेलने में परेशानी होती है। इसे लेकर उन्होंने एक बार बताया था, ” कई बार यह पता लगाने में थोड़ा समय लगता है कि गेंद कहां से आ रही है। मैं गेंद का रंग देख सकता हूं, इसलिए मैं उसे पीक कर लेता हूं।” पूर्व ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट ओपनर बल्लेबाज क्रिस रोजर्स भी कलर ब्लाइंड थे और उन्होंने 2014 में पिंक बॉल वाले मैच से अपना नाम वापस ले लिया था।

बढ़ई का काम और बच्चे का जन्म समय से पहले करवाना

2018 में जब टीम से बाहर होने के बाद वेड ने बढ़ई का काम शुरू किया और 9-10 महीने तक काम किया। अगर उनकी पत्नी न होती तो शायद ही उनकी ऑस्ट्रेलिया की टीम में उनकी वापसी हो पाती। जब उन्हें एशेज से पहले ‘ए’ दौरे के लिए चुना गया तो उन्होंने अपनी पत्नी जूलिया को फोन करके बताया कि वे चयनकर्ताओं को बता देंगे कि वे नहीं चुने जाना चाहते। लेकिन उनकी पत्नी के मन में कुछ और ही चल रहा था। उन्होंने अपने डॉक्टर को फोन करके तय समय से पहले ही बच्चे का जन्म कराने को कहा।