कोरोनावायरस के कारण देश में 3 मई तक लॉकडाउन है। लॉकडाउन में फंसी भारतीय राष्ट्रीय महिला खो-खो टीम की कप्तान नसरीन को आखिरकार राशन मिल ही गया। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से अपील की थी। सीएम से मदद मांगने के 4 दिन बाद नसरीन को दिल्ली पुलिस ने राशन पहुंचाया है। इस दौरान उनका परिवार राशन के बिना ही रहा। नसरीन की कप्तानी में भारतीय टीम दक्षिण एशियाई खेलों (एसएजी) में स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रही थी।
नसरीन कोरोना के कहर के बीच वित्तीय संकट का सामना कर रही हैं। इसलिए उन्होंने गुरुवार यानी 23 अप्रैल को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मदद मांगी थी। दिल्ली पुलिस ने रविवार यानी 26 अप्रैल को देर रात नसरीन को राशन के साथ-साथ जरूरी सामान पहुंचाया। दिल्ली पुलिस ने कहा, ‘‘हम उनके घर गए थे। हमने देखा कि वो किराए के मकान में रहती हैं। ग्राउंड फ्लोर पर ही उनका परिवार रहता है। राशन, मास्क और सैनिटाइजर जैसी सभी आवश्यक चीजें उन्हें दी गई हैं।’’
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इससे पहले खो-खो फेडरेशन ने तत्काल वित्तीय सहायता देते हुए नसरीन को 1 लाख रुपए देने का ऐलान किया था। लॉकडाउन के कारण नसरीन के पिता मोहम्मद गफूर बेरोजगार हो गए हैं। वे सड़कों पर स्टील के बर्तन बेचा करते थे। नसरीन ने कहा था, ‘‘मेरे पिता बर्तन बेचते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण वह बाहर नहीं जा पा रहे हैं, जिस कारण परिवार के सामने एक वित्तीय संकट आ चुका है। वह परिवार में कमाने वाले एकमात्र आदमी हैं। इस लॉकडाउन के दौरान सब कुछ बंद है। हमें परेशानी हो रही है। राशन प्राप्त करने में सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है।’’
नसरीन ने कहा था, ‘‘खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव त्यागी सर ने हमारी मदद की, लेकिन हमारी समस्याएं उससे आसान नहीं हुई हैं।’’ नसरीन ने इसलिए दिल्ली सरकार से मदद मांगी थी। उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल से कहा था कि वे उनकी समस्याओं पर गौर करें।’’ दिल्ली सरकार ने तो नहीं, लेकिन गृह मंत्रालय के अधीन दिल्ली पुलिस ने उनकी मदद जरूर की। कोरोनावायरस के कारण देश में 850 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। अब तक 27 हजार से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हुए हैं।