बिहार के पटना की रहने वाली कृति ने छह स्वर्ण पदक जीते हैं। कृति राज सिंह पटना के खुसरूपुर स्थित देहाती क्षेत्र के बड़ी हसनपुर गांव की रहने वाली है। कृति राज 57 किलोग्राम सब जूनियर वर्ग में अलग- अलग प्रतियोगिताओं में कुल छह स्वर्णपदक जीते हैं। कृति गुवाहाटी के लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फिजिकल एजुकेशन से बीपीएड की पढ़ाई कर रही हैं। इसी कालेज से कृति राज ने पावर लिफ्टिंग खेल की शुरुआत की।

कृति को पांच जुलाई 2022 से 10 जुलाई 2022 तक हैदराबाद में हुई पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में तीन कांस्य पदक मिले थे। इसके बाद कृति राज का न्यूजीलैंड में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में चयन हुआ। राष्ट्रमंडल में सब जूनियर पावरलिफ्टिंग में हिस्सा लेने वाली वे बिहार की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। उनके पिता ललन सिंह ने बेटी को आकलैंड भेजने के लिए अपना खेत गिरवी रख दिया था।

कृति के मुताबिक, उनके पिता ललन सिंह ने शुरू में खेलने से मना किया था, लेकिन बड़े भाई प्रिंस के समझाने पर वे तैयार हुए। जब उसने राज्य स्तर पर पदक जीते तो उसे बढ़ावा देने लगे। न्यूजीलैंड खेलने भेजने के लिए पैसे की जरूरत आई तो उन्होंने अपना खेत गिरवी रख दिया।कृति की मां सुनयना देवी के मुताबिक, शुरू में जब बेटी खेलने के लिए जाती थी तो गांव और पड़ोस के लोग ताना मारते थे। उनके ताने को अनदेखा कर बेटी को खेलने दिया। पांच बहनों में कृति सबसे छोटी है। बचपन से ही कृति पढ़ाई के साथ खेलने में काफी मेहनत करती थी। इसी का परिणाम है कि बेटी ने यह सफलता हासिल की।

कोच करण के मुताबिक, आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण अंतरराष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में चयन होने के बाद भी मैं नहीं जा सका, लेकिन मेरी छात्रा कृति ने यह सफलता हासिल कर मेरे सपने को साकार किया। उसे किट दिलाने के लिए मैंने अपने जिम का क्रोस ट्रेनर मशीन
बेच दिया।

कृति दसवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद 12वीं की पढ़ाई करने के लिए 2019 में पटना आई थी। नौवीं कक्षा से भारोत्तोलन (वेटलिफ्टिंग) करती थी। वेटलिफ्टिंग में राज्य स्तर पर कई मेडल जीते। पटना में कोच करण के पास उनसे वेटलिफ्टिंग सीखने गई तो उन्होंने कहा कि यहां पावर लिफ्टिंग (तीन दफा भार उठाने का प्रशिक्षण) का प्रशिक्षण मिलता है। तब कृति ने पावर लिफ्टिंग का प्रशिक्षण लेना शुरू
कर दिया।

वर्ष 2021 में स्टेट पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप, पटना में स्वर्ण पदक मिला। ईस्ट इंडिया पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप, धनबाद में कांस्य पदक जीता। सितंबर 2022 में हैदराबाद में राष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में भी तीन कांस्य मिले। कृति कहती हैं कि पदक जीतने के बाद तो सभी सम्मान देते हैं, लेकिन जीतने से पहले यदि खिलाड़ियों को मदद मिले तो बेहतर। न्यूजीलैंड जाने के लिए आर्थिक मदद की जरूरत थी। इसके लिए मैंने सरकार से आर्थिक मदद मांगी, लेकिन मदद नहीं मिली।