केएल राहुल (KL Rahul) का टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन जारी है। इसके बावजूद मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) और कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने उनका समर्थन करने की बात कही है। भारतीय कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 19 फरवरी 2023 को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे और चौथे टेस्ट मैच तथा ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज (One Day International) के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया। केएल राहुल को टीम में बनाए रखा गया है। हालांकि, उनके नाम के आगे उप कप्तान नहीं लिखा था।
खराब फॉर्म के बावजूद केएल राहुल (KL Rhaul) का चयन होने पर वेंकटेश प्रसाद (Venkatesh Prasad) फिर भड़क गए। इस बार उन्होंने दूध का दूध और पानी का पानी करने की कोशिश की। वेंकटेश प्रसाद (Venkatesh Prasad) ने केएल राहुल के अलावा शिखर धवन (Shikhar Dhawan), मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) के भारत और विदेश में खेले गए टेस्ट मैच के प्रदर्शन के स्क्रीनशॉट शेयर किए। उन्होंने शुभमन गिल (Shubman Gill) की भी तरफदारी की। वेंकटेश प्रसाद ने यह तक लिखा कि केएल राहुल अब इंदौर में प्रदर्शन कर मेरे जैसे आलोचकों का मुंह बंद कराएं या फिर काउंटी जाकर खेलें।
वेंकटेश प्रसाद ने शुभमन गिल के लिए लिखा, शुभमन गिल का एक संक्षिप्त अंतरराष्ट्रीय करियर रहा है। उनका 14 विदेशी पारियों में 37 का औसत रहा है। इसमें सर्वश्रेष्ठ विदेशी चौथी पारियों में से एक गाबा में उनकी 91 रन की पारी भी शामिल है। वह उत्कृष्ट फॉर्म में हैं।
वेंकटेश प्रसाद ने सिलसिलेवार किए ट्वीट्स में से पहले में लिखा, ऐसी राय है कि केएल राहुल का विदेशी टेस्ट रिकॉर्ड शानदार है। लेकिन आंकड़े कुछ और ही बोलते हैं। उनका 56 पारियों में विदेश में 30 का टेस्ट औसत है। उन्होंने विदेश में 6 शतक लगाए हैं। लेकिन इसके बावजूद उनका औसत 30 का ही है। आइए ऐसे ही कुछ अन्य ट्वीट पर नजर डालते हैं।
वेंकटेश प्रसाद ने दूसरे ट्वीट में लिखा, हाल के सलामी बल्लेबाजों में शिखर धवन का विदेशी औसत सबसे अच्छा है। पांच शतक के साथ लगभग 40 का औसत। हालांकि वह भी टेस्ट में लगातार अच्छा नहीं रहे हैं, लेकिन श्रीलंका और न्यूजीलैंड में उन्होंने शानदार शतक लगाए थे। इसके साथ ही उनका एक बेहतरीन घरेलू रिकॉर्ड भी है।
ऑस्ट्रेलिया में शानदार शुरुआत के बाद मयंक अग्रवाल ने विदेश में टेस्ट मैचों में संघर्ष किया है। लेकिन उनका अब तक का सबसे अच्छा घरेलू रिकॉर्ड है। 13 पारियों में लगभग 70 का औसत। दो दोहरे शतक और वानखेड़े की पिच पर 150 रन तब बनाए जब हर कोई संघर्ष कर रहा था। मयंक अग्रवाल का स्पिन के खिलाफ शानदार और शानदार घरेलू सीजन रहा है।
अजिंक्य रहाणे को लेकर किए ट्वीट में वेंकटेश प्रसाद ने लिखा, …और अगर विदेशी प्रदर्शन एक मानदंड है, तो फॉर्म से बाहर होने के बावजूद और टीम से बाहर किए जाने से पहले अजिंक्य रहाणे का विदेश में 50 टेस्ट मैच में 40 से अधिक का औसत है, जो सर्वश्रेष्ठ विदेशी टेस्ट रिकॉर्ड है। यह तब है जब आउट ऑफ फॉर्म थे और उन्हें बाहर कर दिया गया था।
इसके बावजूद केएल को शेष 2 टेस्ट मैच के लिए बरकरार रखा गया है। अगर उसे प्लेइंग 11 में चुना जाता है तो इंदौर उसके लिए फॉर्म में लौटने और मेरे जैसे आलोचकों को चुप कराने का सबसे अच्छा मौका है। अन्यथा काउंटी क्रिकेट खेलने और अच्छा प्रदर्शन कर टेस्ट टीम में वापसी करने की सलाह है।