इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने 2005 एशेज सीरीज के बर्मिंघम टेस्ट मैच को याद किया है। दरअसल, इंटरनेशन क्रिकेट काउंसिल यानि कि आईसीसी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक सवाल पोस्ट किया था, जिसमें आईसीसी ने पूछा था कि आपने अब तक का सबसे रोमांचक क्रिकेट मैच कौन सा देखा है? आईसीसी के इस ट्वीट पर केविन पीटरसन ने रिप्लाई किया और कहा, “मैंने वो मैच खेला है- 2005 एशेज सीरीज का बर्मिंघम टेस्ट”। आईसीसी के इस ट्वीट पर कुछ फैंस ने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप में खेले गए भारत-पाकिस्तान मैच का भी नाम लिया है तो वहीं कुछ फैंस ने 2019 वर्ल्ड कप फाइनल को सबसे रोमांचक मैच बताया है, जिसमें इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को हराकर पहली बार चैंपियन का खिताब जीता था।
बर्मिंघम टेस्ट में इंग्लैंड को 2 रन से मिली थी जीत
आपको बता दें कि केविन पीटरसन ने जिस टेस्ट मैच का जिक्र किया है वो वाकई क्रिकेट इतिहास के सबसे रोमांचक मुकाबलों में से एक था। बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेला गया वो टेस्ट मैच एशेज सीरीज का दूसरा मुकाबला था। इंग्लैंड ने उस मैच में 2 रन से जीत दर्ज की थी और केविन पीटरसन उस मैच का हिस्सा भी थे। इस मैच में इंग्लैंड की जीत के हीरो एंड्रयू फ्लिंटॉफ रहे थे। इस जीत की बदौलत इंग्लैंड ने सीरीज में वापसी की थी और फिर 16 साल बाद एशेज ट्रॉफी को अपने नाम किया था।
कुछ ऐसा था उस टेस्ट मैच का रोमांच
16 साल से लगातार एशेज सीरीज जीत रही ऑस्ट्रेलिया 2005 में जब इंग्लैंड दौरे पर गई थी तो यह लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया यहां भी इंग्लैंड को मात दे देगी। सीरीज का पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया ने 239 रनों से जीत भी लिया था। सीरीज का दूसरा टेस्ट जब बर्मिंघम में खेला गया तो इंग्लैंड पर दबाव भी था। बर्मिंघम टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी का न्यौता दिया था। इंग्लैंड ने पहली पारी में 407 रन बनाए थे, जिसमें मार्कस ट्रेस्कोथिक (90), एंड्र्यू स्ट्रॉस (48), केविन पीटरसन (71) और एंड्र्यू फ्लिंटॉफ (68) हाई स्कोरर थे।
दूसरी पारी में इंग्लैंड हो गई थी 182 पर धाराशाई
इंग्लैंड ने पहली पारी में विशाल स्कोर बनाने के बाद जीत की उम्मीदें जगा दी थीं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने जस्टिन लैंगर (82), कप्तान रिकी पोंटिंग (61), माइकल क्लार्क (40) और एडम गिलक्रिस्ट के 49 रन की बदौलत मैच में वापसी कर ली थी। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 308 पर ऑलआउट हो गई थी। पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड को 99 रनों की बढ़त मिल गई, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में इंग्लैंड की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया। शेन वॉर्न की फिरकी और ब्रेट ली की घातक गेदंबाजी के चलते इंग्लैंड की दूसरी पारी 182 रन पर ही खत्म हो गई थी। दूसरी पारी में वॉर्न ने 6 और ब्रेट ली ने 4 विकेट लिए थे।
लक्ष्य से दो रन दूर रह गई थी ऑस्ट्रेलिया
इस तरह ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में जीतने के लिए 282 रन का लक्ष्य मिला था। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी रही थी, लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने कहर बरपाते हुए ऑस्ट्रेलियाई पारी के 7 विकेट 175 रन तक गिरा दिए थे। आखिरी में शेन वॉर्न और ब्रेट ली ने 45 रनों की साझेदारी कर अपनी टीम को जीत के करीब पहुंचाया था। इसके बाद ब्रेट ली और माइकल केस्प्रोविच के बीच भी अर्द्धशतकीय साझेदारी हुई थी, जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया की टीम जीत के काफी करीब जा पहुंची थी, लेकिन जब ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 3 रन की जरूरत थी और 9 विकेट गिर चुके थे तो हार्मिसन ने केस्प्रोविच को आउट कर इंग्लैंड को 2 रन से ऐतिहासिक जीत दिला दी थी। 141 रन बनाने वाले और 7 विकेट चटकाने वाले एंड्रूय फ्लिंटॉफ इस मैच के प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए थे।