विराट कोहली ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसमें उन्होंने एक ऐसा बयान दिया था जिसके बाद एक नया विवाद पैदा हो गया। भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव का मानना है कि कप्तानी के मसले पर बीसीसीआई से मतभेद उजागर करता हुआ कोहली का बयान गलत समय पर आया है।

आपको बता दें कि मुंबई में वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कोहली ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के इस बयान को गलत ठहरा दिया कि बोर्ड ने उनसे टी20 टीम की कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कहा था। इस बयान से कोहली और बीसीसीआई के बीच तनाव जगजाहिर हो गया है।

कपिल देव ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि,‘‘इस समय किसी पर ऊंगली उठाना सही नहीं है । दक्षिण अफ्रीका का दौरा सामने है और उस पर ध्यान देना चाहिए। मैं कहूंगा कि बोर्ड अध्यक्ष तो बोर्ड अध्यक्ष है हालांकि भारतीय टीम का कप्तान होना भी बड़ी बात है । एक दूसरे के बारे में हालांकि सार्वजनिक तौर पर खराब बोलना अच्छा नहीं है। चाहे वह सौरव हो या कोहली।’’

भारत को 1983 विश्व कप दिलाने वाले कपिल ने कोहली से हालात पर नियंत्रण करके देश के बारे में सोचने की अपील की। उन्होंने कहा,‘‘आप स्थिति को कंट्रोल कीजिए। बेहतर ये है कि आप देश के बारे में सोचिए। जो गलत है वह पता चल ही जाएगा लेकिन एक दौरे से पहले विवाद खड़ा करना सही नहीं है।’’

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि, उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर विराट कोहली से टी20 कप्तानी छोड़ने के लिए मना किया था। लेकिन विराट ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात को नकारा और कहा कि मुझसे किसी ने कोई बात नहीं की थी। बल्कि मेरे फैसले को प्रोग्रेसिव तरीके में स्वीकारा गया था।

विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम 26 दिसंबर से सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेलेगी। उसके बाद तीन वनडे मैचों की श्रृंखला भी खेली जाएगी। बीसीसीआई की तरफ से बुधवार को विराट कोहली के बयान पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं सामने आई है।