तेज गेंदबाज इशांत शर्मा भारत के लिए 100 टेस्ट मैच खेल चुके हैं। उन्होंने 2007 में टीम इंडिया के लिए पहला टेस्ट और वनडे खेला था। अपने लंबे बालों और तेज गेंद के लिए जाने वाले इशांत के लिए क्रिकेट में करियर बनाना आसान नहीं था। शुरुआती दिनों में फटे जूते सिल-सिल कर पहनने वाले इशांत स्कूल में बैकबेंचर थे। स्कूल के बाद टीम इंडिया की बस में भी बैकबेंचर ही थे। एक बार सीट पर बैठने के कारण युवराज सिंह ने उनकी क्लास लगाई थी।

इशांत ने यूट्यूब पर व्हाट द डक शो के लिए विक्रम साठये को दिए इंटरव्यू में एक मजेदार वाकया सुनाया था। उन्होंने कहा था, ‘‘जब मैं नया-नया टीम में आया था तो उस समय बांग्लादेश में था। मैं बस में तीसरे क्रम पर जाकर बैठ गया। तभी राहुल द्रविड़ आए। वे एकदम जेंटलमैन हैं। उन्होंने धीरे से कहा कि ये मेरी सीट है। उस समय वो हमारे कप्तान भी थे। मैं उठकर चौथे क्रम में सीट पर बैठ गया। फिर अनिल कुंबले आ गए तो वहां से उठना पड़ा। उसके बाद सबसे पीछे जाकर बैठा। फिर आए बब्बर शेर युवराज सिंह। उन्होंने कहा कि तुझे पता नहीं है कि यहां कौन बैठता है। फिर मैंने कहा कि पाजी बता दो कि मैं कहां बैठूं। इसके बाद मैं तब तक खड़ा रहा जब तक सभी नहीं आ गए। फिर एक सीट मेरी फिक्स हो गई।’’

इशांत ने एक और किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा, ‘‘एक बार मैं स्कूल था। उस समय इंडिया के लिए अंडर-19 खेल चुका था। उस समय वाइस प्रिंसिपल ने कहा कि जिस-जिस के बाल लंबे है वो सामने आ जाए। मैं पीछे चुपचाप खड़ा था। उस समय भी सबसे लंबा था। उन्होंने मेरे बालों को पकड़ा और बाहर की ओर खींचा। मुझे असेंबली में खड़ा कर दिया। उस समय शर्म आती है कि आप इंडिया अंडर-19 खेल रहे हो और उसके बाद भी वाइस प्रिंसिपल पकड़े और असेंबली में खड़ा कर दे।’’

इशांत ने कहा कि वे बास्केट-बॉल से जुड़ी एक प्रतियोगिता मे मुख्य अतिथि बन कर गये थे। जहाँ उन्होंने प्रतिमा को पहली बार देखा था और उसी समय वे उनके दीवाने हो गये। लेकिन प्यार का इजहार करने में उन्होंने पूरा 1 साल से भी ज्यादा समय लगा दिया। 2016 में दोनों नें शादी कर ली। प्रतिमा कहती हैं कि इशांत को सोना बहुत पसंद है लेकिन खेल के समय वे हमेशा तैयार रहते हैं।