एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच मैच से पहले सबसे ज्यादा चर्चा इशान किशन की बैटिंग पोजिशन को लेकर थी। केएल राहुल के चोटिल होने के बाद बतौर विकेटकीपर उन्हें खेलना था, ऐसे में मिडिल ऑर्डर में उनका प्रदर्शन कैसा होगा इसे लेकर तमाम तरह की बातें हो रही थीं। इशान किशन ने 2 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ मैच में मुश्किल परिस्थितियों में अर्धशतक जड़कर बहस पर विराम लगा दिया। वनडे क्रिकेट में भारतीय बल्लेबाजों की बात करें तो इस समय इशान किशन बेहतरीन टच में दिख रहे हैं। हालांकि, प्लेइंग 11 में उनकी जगह तय नहीं है। हो सकता है कि केएल राहुल के आने के बाद फिर वह बेंच पर बैठे दिखें।

इशान किशन को क्यों बेंच पर बिठाया जा सकता है? यह सवाल यूं ही नहीं हो रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ अर्धशतक के बाद भी यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि वह डबल सेंचुरी लगाने के बाद भी प्लेइंग 11 से ड्रॉप हो चुके हैं। एशिया कप से पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में उन्होंने लगातार 3 मैच में 3 अर्धशतक जड़े थे। इसके बाद भी वह प्लेइंग 11 की ऑटोमेटिक च्वाइस नहीं थे। उन्हें टीम मैनेजमेंट तीसरे ओपनर के तौर पर देख रहा था। केएल राहुल की अनुपस्थिति में बतौर विकेटकीपर इशान किशन को खेलना था। रोहित शर्मा,शुभमन गिल और विराट कोहली के रहते हुए वह टॉप-3 में नहीं खेल सकते थे। इसके बाद भी उन्हें बतौर ओपनर आजमाया जा रहा था।

इशान किशन ने पाकिस्तान के खिलाफ दबाव में अच्छी बल्लेबाजी की

एशिया कप के लिए टीम इंडिया का चयन हुआ तब श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की टीम में वापसी हुई। हालांकि, केएल राहुल पूरी तरह से फिट नहीं हुए थे। उनकी जगह इशान को मिडिल ऑर्डर में खिलाने की बात कही गई। इशान ने पाकिस्तान के खिलाफ दबाव में अच्छी बल्लेबाजी की। रोहित शर्मा, विराट कोहली और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी फेल हुए तब इशान किशन ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। उन्होंने ज्यादा समय भी नहीं लिया और स्कोरबोर्ड चलाते रहे। इशान किशन की बेहतरीन पारी का अंत हारिस रऊफ ने किया। वह 81 गेंद पर 82 रन बनाकर आउट हुए। इस दौरान उन्होंने 9 चौके और 2 छक्के जड़े। उनका स्ट्राइक रेट 101.23 का रहा।

इशान किशन ने हार्दिक पंड्या के साथ 100 रन से ज्यादा की साझेदारी की

टीम इंडिया 15 ओवर के अंदर 66 रन पर 4 विकेट गंवा चुकी थी। इसके बाद हर कोई सोच रहा था कि क्या टीम इंडिया 150 तक भी पहुंच पाएगी। ऐसे वक्त में इशान किशन ने हार्दिक पंड्या के साथ 100 रन से ज्यादा की साझेदारी करके मेन इन ब्लू को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। इशान किशन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में 52, 55 और 77 रन की पारी खेली और प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे थे। रोहित शर्मा और विराट कोहली उस सीरीज में एक मैच भी नहीं खेले थे। इशान किशन को छोड़कर हर कोई संघर्ष कर रहा था।