झारखंड के युवा विकेटकीपर ईशान किशन (Ishan Kishan) की गिनती देश के युवा प्रतिभावान क्रिकेटरों में की जाती हैं। ईशान किशन पहली बार तब चर्चा में आए थे, जब अक्टूबर 2015 में रणजी ट्रॉफी मैच में उन्होंने राजकोट के टर्निंग ट्रैक पर सौराष्ट्र के खिलाफ 69 गेंदों में 87 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद ईशान किशन ने 2016 में बांग्लादेश में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कमान भी संभाली थी। हालांकि, भारत उस वर्ल्ड कप के फाइनल में वेस्टइंडीज के हाथों हार गया था।

ईशान ने क्रिकबज के एक कार्यक्रम में खुलासा किया कि उनका करियर संवारने में कोच के अलावा महेंद्र सिंह धोनी और राहुल द्रविड़ का भी अहम योगदान रहा है। खास यह है कि 21 साल का यह खिलाड़ी विकेटकीपर बल्लेबाज है।

इसी कार्यक्रम में ईशान के बड़े भाई राज किशन (Raj Kishan) ने बताया कि 2018 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की नीलामी वाले दिन पापा अस्पताल पहुंच गए थे। दरअसल, एंकर ने पूछा था कि आईपीएल नीलामी वाले दिन घर का माहौल कैसा था? आप लोग घर पर क्या एक साथ ही थे? इस पर राज किशन ने बताया, सब लोग अलग-अलग थे। मैं स्कूल में था। मम्मी घर पर थीं। पापा अस्पताल में थे।

इस पर एंकर ने पूछा, अस्पताल में क्यों, क्या हो गया था, क्या टेंशन हो गई थी? इस सवाल पर ईशान के पापा प्रणव कुमार पांडे हंसने लगे। कहा- नहीं टेंशन नहीं थी। तभी उन्हें बीच में रोकते हुए राज बोले, ‘पापा को इतनी टेंशन हो गई थी, ऑक्शन को लेकर, कि वे अस्पताल चले गए। जब इसका ऑक्शन हुआ तो पापा हॉस्पिटल में थे। दूसरे लोग फोन कर रहे थे।’

एंकर ने कहा, एक करोड़, 2 करोड़, बीपी (BP) ऊपर, ऊपर, ऊपर ऐसे हो रहा था। प्रणव बोले, हां, बढ़ता जा रहा था। राज ने बताया, फिर डॉक्टर आए। डॉक्टर का चेकअप कर रहे थे। तभी पापा को पता चला कि ईशान 6.2 करोड़ रुपए में बिका है। यह सुनते ही पापा ने अपने हाथ से बीपी जांचने वाली मशीन हटा दी और उठकर खड़े हो गए। डॉक्टर ने पूछा कि क्या हुआ अचानक। टेस्ट तो करवा लीजिए। पापा ने कहा, कुछ नहीं हुआ है। बस ठीक है और घर लौट आए।