भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन यानी आईपीएल 2021 के लिए नीलामी नहीं करेगा। टाइम्‍स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, कोरोनावायरस यानी कोविड-19 के खतरे को देखते हुए बीसीसीआई ने इसे अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया है। बीसीसीआई के इस फैसले से आईपीएल की फ्रैंचाइजीस भी सहमत दिख रही हैं। वह भी जानतीं हैं कि नए सिरे से टीम बनाने के लिए उनके पास पर्याप्‍त समय नहीं है। बीसीसीआई ने नीलामी टालने के पीछे कई कारण गिनाए हैं, जिनमें से 4 प्रमुख हैं।

बता दें कि कोरोनावायरस के कारण दुनिया की सबसे महंगी घरेलू क्रिकेट लीग का 13वां सीजन करीब 6 महीने लेट हो चुका है। अब यह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 10 सितंबर से 10 नवंबर तक होना है। इसके बाद बोर्ड के पास आईपीएल का अगला सीजन कराने के लिए महज 4.5 महीने का ही समय बचता दिख रहा है। बीसीसीआई आईपीएल का आयोजन 50 दिनों से ज्यादा करेगा, अधिक करेगा, ताकि हितधारकों के नुकसान की भरपाई हो सके।

एक सूत्र के मुताबिक, बीसीसीआई का मानना है कि ऐसे समय ऑक्‍शन (नीलामी) करने का कोई मतलब नहीं है। जब तक इसे सही तरीके से प्‍लान करने का पूरा समय न हो। एक बार आईपीएल 2020 का आयोजन हो जाए, उसके बाद आईपीएल 2021 सीजन भी अच्छे से निपट जाए। उसके बाद इन चीजों को देख सकते हैं। इसके अलावा आईपीएल 2021 की नीलामी नहीं करने के और भी 4 कारण हैं।

बीसीसीआई के सूत्र के मुताबिक, अभी कोरोना काल चल रहा है, ऐसे में आईपीएल  फ्रैंचाइजीस के पर्स की लिमिट को दोबारा तय करना आसान नहीं है। वैसे हर साल यह करीब 85 करोड़ रुपये का होता है। दूसरा कारण नीलामी सूची से जुड़ा है। दरअसल, भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों के साथ बातचीत करने के बाद ही नीलामी सूची तैयार की जाती है। इसमें काफी वक्त लगता है, जो अभी नहीं है।

आईपीएल 2021 के लिए नीलामी नहीं कराने का तीसरा कारण: फ्रैंचाइजीस को बोली लगाने को तैयार होने के लिए समय देना। आमतौर पर फ्रैंचाइजीस को नीलामी के लिए तैयार होने में चार से 6 महीने का समय लगता है। चौथा कारण: टीम में किसी नए खिलाड़ी को जोड़ने के बाद ब्रांड एक्टिविटी में भी काफी समय लगता है और समय की ही कमी है।