दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम आइपीएल के इस आठवें संस्करण में अखिरी गेंद के अभिशाप से मुक्त नहीं हो पाई और न ही घरेलू मैदान पर हार के अपने सिलसिले को तोड़ पाई। आइपीएल के इस सत्र के दोनों ही मैच में दिल्ली आखिरी गेंदों के चक्रव्यूह में उलझ कर रह गई और मैच गंवाया। पहले मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ उसे आखिरी गेंद पर जीत के लिए छह रन बनाने थे लेकिन वह चार रन ही बना सकी और मैच उसने एक रन से गंवाया था।
रविवार को फीरोजशाह कोटला मैदान पर आखिरी गेंद पर दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम को राजस्थान रायल्स के बल्लेबाजों को तीन बनाने से रोकना था। चेन्नई में एलबी मार्कल अखिरी गेंद पर छक्का नहीं उड़ा सके थे लेकिन फीरोजशाह कोटला मैदान पर टिम साउदी ने मिडआफ पर दनदनाता चौका लगा कर दिल्ली के हाथों से जीत छीन ली। मैच यों राजस्थान की पकड़ में अठाहरवें ओवर में ही आ गया था जब उसे अंतिम दो ओवर में जीत के लिए 19 रन बनाने थे। लेकिन उन्नीसवें ओवर में दक्षिण अफ्रीकी लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने अपनी अंगुलियों के कमाल से पहले दीपक हुड्डा को मिडआफ पर एंजिलो मैथ्यूज के हाथों झिलवाया और फिर दो गेंद बाद जेम्स फाकनर के लेग स्टंप उखाड़ कर दिल्ली की मैच में वापसी करा दी।
फाकनर ने हालांकि आउठ होने से ठीक पहले ताहिर की गेंद को छह रनों के लिए उड़ा कर राजस्थान को जीत के नजदीक पहुंचाया था लेकिन इमरान ने उन्हें आउट कर दिल्ली की उम्मीदों को पंख लगा दिए। राजस्थान को आखिरी ओवर में बारह रन की दरकार थी और अंतिम गेंद पर तीन रन और साउदी ने अपने को संयमित रखा और गेंद को चार रनों के लिए भेज कर राजस्थान रायल्स को दूसरी जीत दिला दी। इससे पहले राजस्थान ने किंग्स इेलवन पंजाब को 26 रनों से हराया था। दिल्ली की इस सीजन में लगातार दूसरी और आइपीएल में लगातार ग्यारहवीं हार है। यह बात दीगर है कि दिल्ली ने इस सत्र में अपने दोनों मुकाबले नजदीकी अंतर से हारे।
दीपक हुड्डा ने पहले किफायती गेंदबाजी की और फिर ताबड़तोड़ रन बनाने के अपने कौशल का जानदार नमूना पेश करके अर्धशतक जड़ा जिससे राजस्थान रायल्स ने आईपीएल आठ के एक रोमांचक मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स को तीन विकेट से हराकर इस टीम पर अपना दबदबा बरकरार रखा। दिल्ली ने टास गंवाने के बाद बल्लेबाजी का न्योता पाकर तीन विकेट पर 184 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया था। राजस्थान ने लक्ष्य का पीछा करते हुए सात विकेट पर 186 रन बना कर मैच जीता।
राजस्थान की जीत के सूत्रधार यों तो युवा बल्लोज दीपक हुड्डा रहे। जिन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और कुछ बेहतरीन स्ट्रोक्स खेले। इसी 19 अप्रैल को बीस साल पूरे करने जा रहे दीपक ने 25 गेंदों पर 54 रनों की पारी खेली। अपनी पारी में उन्होंने तीन चौके व चार छक्के जड़े। हालांकि उन्हें दो जीवनदान भी मिले। पहली बार युवराज सिंह ने उन्हें रनआउट करने का आसान मौका गंवाया और फिर इसके बाद मनोज तिवारी ने डीप मिडविकेट पर उनके कैच तो टपकाया ही, छह रन भी बनवा डाले। युवराज ने अगर दीपक को आउट कर दिया होता तो मैच की कहानी ही दूसरी होती। राजस्थान रायल्स तब चार विकेट पर 107 रन बना कर संकट में थी। इसके बाद मनोज ने उन्हें 124 के स्कोर पर जीवनदान दिया। इस जीवनदान का फायदा उठा कर उन्होंने आइपीएल में अपनी पहली हाफ सेंचुरी जड़ी।
इससे पहले चोटिल शेन वाटसन की जगह रायल्स की अगुआई कर रहे स्मिथ ने टास जीत कर क्षत्ररक्षण का फैसला किया। डेयरडेविल्स ने टीम में तीन बदलाव किए। एंजिलो मैथ्यूज, मनोज तिवारी और जयदेव उनादकट को अंतिन ग्यारह में जगह मिली। टीम ने पिछले मैच से सबक लेकर बल्लेबाजी क्रम में भी बदलाव किया। मयंक अग्रवाल और श्रेयस अय्यर ने पारी की शुरुआत की और पहले विकेट के लिए 45 रन जोड़े। अग्रवाल ज्यादा आक्रमक दिखे। जिन्होंने पहले टिम साउदी पर मिड आफ छक्का जड़ा और फिर धवल कुलकर्णी के पहले ओवर ही में चार चौकों सहित अठारह रन ठोंक डाले। वे लय में दिख रहे थे। लेकिन पावरप्ले के आखिरी ओवर में वे चलते बने।
स्पिनर प्रवीण तांबे ने अपने पहले ही ओवर में अपनी ही गेंद पर अग्रवाल का कैच लेकर उनकी पारी को थाम दिया। मयंक ने अपनी पारी में छह चौके व एक छक्का जड़ा। मयंक के आउट होने के बाद रन गति धीमी पड़ी लेकिन अय्यर ने जेम्स फाकनर, तांबे और क्रिस मौरिस के लगातार ओवरों में छक्के जमाकर स्कोर को आगे बढ़ाया। उन्होंने मौरिस की गेंद पर साउदी को कैच थमाने से पहले अपनी 40 रनों की पारी में तीस गेंदें खेलीं और तीन चौके और इतने ही छक्के लगाए।
चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ पिछले मैच में युवराज और डुमिनी क्रमश: छठे और सातवें नंबर पर आए थे। यह रणनीति नाकाम रही थी और इसलिए डुमिनी तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे। वे शुरू में थोड़ा परेशानी में दिखे। दीपक हुड्डा ने अपनी आफ स्पिन से उन्हें बांधे रखा और अपने चार ओवर में केवल 20 रन दिए।
हालांकि सब की निगाह युवराज पर थी। उन्होंने भी फाकनर को निशाने पर रखा और उनके एक ओवर में लांग आफ और लांग आन पर छक्का जड़कर फिरोजशाह कोटला में मौजूद दर्शकों को रोमांचित कर दिया। लेकिन अगले ओवर में मौरिस की गेंद को पुल करने की कोशिश में हवा में खेल गए और करुण नायर ने सीमा रेखा के करीब दर्शनीय कैच लपका। युवराज ने 17 गेंदों पर 27 रन बनाए। युवराज की जगह आए मैथ्यूज ने भी फाकनर पर दो चौके जड़ने के बाद खूबसूरत छक्का लगाया। फाकनर खासे महंगे साबित हुए। उन्होंने चार ओवर में 55 रन लुटाए। मौरिस ने चार ओवर में 35 रन देकर दो विकेट लिए। डुमिनी ने आखिरी ओवर में दो छक्के जड़कर उनका गेंदबाजी विश्लेषण बिगाड़ा।
लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान रायल्स ने सतर्क शुरुआत की। चार विकेट जल्दी निकल जाने की वजह से टीम दबाव में आई लेकिन लंबे समय बाद अजिंक्य रहाणे ने संयमित पारी खेली। 47 रन के स्कोर पर वे इमरान ताहिर का शिकार बने। लेकिन जीत के नायक युवा दीपक हुड्डा रहे। जिन्होंने कुछ दर्शनीय शाट लगा कर मैच को दिल्ली की गिरफ्त से छीन लिया। संजू सैमसन ने क्रास बल्ले से बड़ा शाट खेलने की सजा भुगती। युवराज ने डीप मिडविकेट बाउंड्री पर उनका कैच लिया।
रायल्स को हालांकि सबसे बड़ा झटका कप्तान स्टीवन स्मिथ के आउट होने से लगा जो अमित मिश्रा की गुगली पढ़ने में नाकाम रहे और अग्रवाल को कैच थमा कर पवेलियन लौटे। यहां से स्पिन का जादू शुरू हुआ। मिश्रा ने अपनी इस तरह की गेंद पर करुण नायर को झांसा दिया और केदार जाधव ने स्टंप आउट करने में गलती नहीं की। ताहिर ने भी अपने साथी लेग स्पिनर से सीख लेकर नए बल्लेबाज स्टुअर्ट बिन्नी को गुगली पर एलबीडब्लू आउट करके स्कोर चार विकेट पर 78 रन कर दिया।
रहाणे ने एक छोर संभाले रखा जबकि हुड्डा ने पिछले मैच की तरह अपने बल्लेबाजी कौशल का अच्छा नमूना पेश किया उन्होंने मैथ्यूज के एक ओवर में एक छक्का और दो चौके लगाए। भाग्य भी उनके साथ था। युवराज ने उन्हें रन आउट करने का आसान मौका गंवाया। इसके बाद मनोज तिवारी ने मिडविकेट बाउंड्री पर उनका कैच छोड़ा। गेंद उनके हाथ से छिटककर छह रन के लिए चली गई। ताहिर ने रहाणे का लेग स्टंप उखाड़ कर उन्हें अर्धशतक पूरा नहीं करने दिया।
उन्होंने 47 रनों की पारी में 39 गेंद खेली और दो चौके और तीन छक्के लगाए। ताहिर ने आदतन सीमा रेखा के करीब जाकर जश्न मनाया लेकिन हुड्डा ने उनकी गेंद सीमा रेखा के ऊपर से छह रन के लिये भेज दी और फिर कूल्टर नाइल पर चौका लगाकर केवल 22 गेंदों पर अपने करिअर का पहला अर्धशतक पूरा किया। ताहिर ने हालांकि हुड्डा और फाकनर को अपने आखिरी ओवर में आउट करके डेयरडेविल्स की उम्मीदें जगा दी लेकिन मौरिस और साउदी पर मैथ्यूज अंकुश नहीं लगा पाए।
स्कोर बोर्ड
दिल्ली डेयरडेविल्स: मयंक अग्रवाल का एवं बो तांबे 37, श्रेयास अय्यर का साउदी बो मौरिस 40, जेपी डुमिनी नाबाद 44, युवराज सिंह का करुण नायर बो मौरिस 27, एंजेलो मैथ्यूज नाबाद 27, अतिरिक्त: 9, कुल (तीन विकेट पर 184 रन।
विकेट पतन: 1-45, 2-93, 3-138
गेंदबाजी: साउदी 4-0-36-0, मौरिस 4-0-35-2, कुलकर्णी 1-0-18-0, तांबे 3-0-18-1, हुड्डा 4-0-20-0, फाकनर 4-0-55-0
राजस्थान रायल्स: अजिंक्य रहाणे बो ताहिर 47, संजू सैमसन का युवराज बो मैथ्यूज 11, स्टीवन स्मिथ का अग्रवाल बो मिश्रा 10, करुण नायर स्टंप जाधव बो मिश्रा 20, स्टुअर्ट बिन्नी पगबाधा बो ताहिर 1, दीपक हुड्डा का मैथ्यूज बो ताहिर 54, जेम्स फाकनर बो ताहिर 17, क्रिस मौरिस नाबाद 13, टिम साउदी नाबाद 7, अतिरिक्त: 6, कुल: (सात विकेट पर) 186 रन ।
विकेट पतन: 1-37, 2-50, 3-74, 4-78, 5-130, 6-166, 7-173
गेंदबाजी: उनादकट 3-0-30-0, कूल्टर नाइल 4-0-42-0, मैथ्यूज 4-0-42-1, मिश्रा 4-0-32-2, ताहिर 4-0-28-4, युवराज 1-0-11-0