राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने बुधवार को कहा कि खिलाड़ियों के नई फ्रेंचाइजी से जुड़ने और इसके परिणामस्वरूप परिस्थितियों से परिचित न होने के कारण, टीमें इस आईपीएल में घरेलू मैदान पर खेलने का लाभ न मिलने की शिकायत कर रही हैं।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, चेन्नई सुपर किंग्स, लखनऊ सुपर जायंट्स और कोलकाता नाइट राइडर्स जैसी कई टीमों ने घरेलू मैदानों पर पिचों की प्रकृति को लेकर नाखुशी जाहिर की थी। राहुल द्रविड़ ने बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स के मैच की पूर्व संध्या पर कहा, मुझे लगता है कि यह वास्तव में मैदान-मैदान पर निर्भर करता है। मुझे पता नहीं है कि विशिष्ट फ्रेंचाइजी अपने क्यूरेटर से क्या चाहती हैं।’

मेगा ऑक्शन के बाद अक्सर ऐसा होता है: राहुल द्रविड़

राहुल द्रविड़ ने कहा, ‘…लेकिन घरेलू लाभ…। आमतौर पर, बड़ी नीलामी के बाद टीमें नई होती हैं। राहुल द्रविड़ ने इसके बाद राजस्थान रॉयल्स के नितीश राणा और आरसीबी के फिल साल्ट जैसे खिलाड़ियों का उदाहरण देकर अपने तर्क की पुष्टि की। ये दोनों पिछले साल की मेगा नीलामी के बाद राजस्थान रॉयल्स में शामिल हुए। उन्होंने कहा, ‘यह मेगा ऑक्शन के बाद पहला साल है, इसलिए बहुत से खिलाड़ियों के लिए होम ग्राउंड, घरेलू मैदान न होकर बिल्कुल नया है।’

खिलाड़ियों को इसलिए नहीं मिल पा रही घर जैसी फीलिंग

राहुल द्रविड़ ने कहा, ‘भले ही आपके लिए वे घरेलू खिलाड़ी हों, लेकिन वे पहली बार उन टीमों या मैदानों पर खेल रहे हैं। उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि आरसीबी में, फिल साल्ट जैसा कोई खिलाड़ी केकेआर में था और वह पहली बार यहां खेल रहा है। मैं सिर्फ उसे एक उदाहरण के रूप में इस्तेमाल कर रहा हूं। हमारी टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं। उदाहरण के लिए, नितीश राणा जैसा कोई खिलाड़ी पहले हमारे साथ नहीं था। अब वह इस साल हमारे लिए खेल रहा है, इसलिए उसके लिए जयपुर एक नया मैदान है।’

सीजन आगे बढ़ने के साथ खत्म हो जाएगी समस्या?

पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि जैसे-जैसे सीजन आगे बढ़ेगा, खिलाड़ियों का नया समूह परिस्थितियों के अनुकूल ढलता जाएगा। राहुल द्रविड़ ने कहा, ‘…इसलिए मुझे लगता है कि जब आप बड़ी नीलामी में आते हैं और टीम में बदलाव होता है तो घरेलू लाभ उतना महत्वपूर्ण नहीं हो पाता है। हो सकता है कि जैसे-जैसे आप आगे बढ़ेंगे, शायद आपको उनका महत्व थोड़ा और अधिक दिखाई देने लगे, क्योंकि तब तक आपके खिलाड़ियों को थोड़ा और अभ्यास और खेलने का मौका मिलता है। तो शायद, यह भी एक कारक हो सकता है, कि कुछ टीमों को इस समय उतना घरेलू लाभ नहीं मिल रहा है।’