इंडियन प्रीमियर लीग इन दिनों टीमें हार का ठीकरा पिच पर फोड़ रही है। अब तक तीन ऐसी टीमें है जो कि अपने प्रदर्शन से ज्यादा पिच को हार का कारण बता रहे हैं। केकेआर के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने भी टीम के पिछले मैच में पिच के संदर्भ में ऐसा ही बयान दिया है। हालांकि उनके ही कोचिंग स्टाफ में शामिल दिग्गज खिलाड़ी ड्वेन ब्रावो इससे सहमत नहीं हैं।

केकेआऱ के मेंटॉर हैं ब्रावो

ब्रावो कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटॉर हैं। उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के साथ चार आईपीएल खिताब जीते हैं और मुंबई इंडियंस और गुजरात लायंस के लिए भी खेले हैं, और पिछले कुछ सालों में टूर्नामेंट में लगातार हिस्सा लेते रहे हैं।

घरेलू मैदान पर पिच नहीं फैंस के कारण मिलता है फायदा

ब्रावो का मानना है कि घरेलू मैदान पर टीम को पिच नहीं बल्कि फैंस के होने का फायदा मिलता है। उन्होंने बुधवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ केकेआर के दूसरे घरेलू मैच से पहले कहा, “घरेलू मैदान पर खेलने का फायदा प्रशंसकों को मिलता है। मुझे लगता है कि पिच कैसी है, उससे ज्यादा यह महत्वपूर्ण है। मैं पिचों पर ज्यादा टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन जब फैंस खेल में उतरते हैं और हमारा उत्साहवर्धन करते हैं, तो इससे फर्क पड़ता है।”

पिच से नहीं जीते जाते मैच

ब्रावो ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि मैच पिच से नहीं अच्छे खेल से जीते जाते हैं। उन्होंने कहा, “मुझे पिचों के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है। मेरे हिसाब से, जो टीम उस दिन सबसे अच्छा खेलेगी, वही जीतेगी। इसलिए, चाहे पिच धीमी हो, चाहे उसमें टर्न हो, चाहे उसमें टर्न न हो, खिलाड़ियों को मेरी सलाह हमेशा यही होगी कि वे ज़रूरी आकलन करें और परिस्थितियों के हिसाब से खेलें।”

केकेआर को पिछले मैच में आरसीबी ने 7 विकेट से हराया। इस मैच के बाद अजिंक्य रहाणे का बयान आया था कि वह पिच पर स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलते हुए देखना पसंद करेंगे। हालांकि पिच क्यूरेटर ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया था।