पीठ की समस्या के कारण मुंबई के रणजी ट्रॉफी फाइनल के आखिरी दो दिन फील्डिंग नहीं कर पाने वाले श्रेयस अय्यर को इंडियन प्रीमियर लीग 2024 (IPL 2024) में खेलने के लिए फिट घोषित कर दिया गया है, लेकिन एक शर्त के साथ। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के कप्तान को सलाह दी गई है कि वह फॉरवर्ड डिफेंस खेलते समय ज्यादा आगे वाले पैर पर ज्यादा जोर नहीं कर सकते क्योंकि इससे उनकी चोट बढ़ सकती है।
द इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार श्रेयस अय्यर ने बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) के परामर्श के बाद मुंबई में एक रीढ़ विशेषज्ञ से मुलाकात की। डॉक्टर ने उन्हें एहतियात के साथ खेलने के लिए फिट घोषित कर दिया है। उन्हें पैर खींचते समय सतर्क रहने की जरूरत है।
अय्यर पिछले कुछ हफ्तों से अपनी फिटनेस को लेकर चर्चा में
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक सूत्र ने श्रेयस अय्यर को लेकर बताया, “वह खेलने के लिए फिट हैं। मुंबई में एक विशेषज्ञ स्पाइन डॉक्टर से सलाह ली गई, जिन्होंने उन्हें सलाह दी है कि गेंद का डिफेंड करते समय अपना पैर ज्यादा आगे न बढ़ाएं। वह आईपीएल फ्रेंचाइजी केकेआर से जुड़ गए हैं और वह खेल सकते हैं।” अय्यर पिछले कुछ हफ्तों से अपनी फिटनेस को लेकर चर्चा में हैं। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे के बाद उन्होंने कहा थी कि एक निश्चित संख्या में गेंद खेलने के बाद उन्हें पीठ दर्द का सामना करना पड़ रहा है।
एमसीए ने एनसीए को भेजी रिपोर्ट
बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनके दावों से सहमत नहीं थी। रणजी ट्रॉफी खेलने के चयनकर्ताओं के आदेश को नजरअंदाज करने के बाद उन्हें बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया गया। रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल में अय्यर नहीं खेले थे, लेकिन उन्होंने हाल ही में मुंबई के लिए सेमीफाइनल और फाइनल खेला। उन्होंने फाइनल में दूसरी पारी में 95 रन बनाए, लेकिन फिर से पीठ में दर्द होने के कारण वह फील्डिंग के लिए नहीं आए। एमसीए की मेडिकल टीम ने एमआरआई कराने का फैसला किया। उनकी रिपोर्ट आगे के अपडेट के लिए एनसीए को भेज दी गई।
अय्यर को टेस्ट मैचों से बाहर कर दिया गया
भारत बनाम इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट मैच के बाद अय्यर ने पीठ दर्द की शिकायत की थी। हालांकि, एनसीए ने उन्हें फिट घोषित कर दिया था। उन्होंने यह भी बताया था कि वह दर्द से गुजर रहे हैं। इसके बाद अय्यर को टेस्ट मैचों से बाहर कर दिया गया। उन्हें रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए कहा गया। वह मुंबई के लिए क्वार्टर फाइनल खेलने चूक गए। तभी बीसीसीआई सचिव जय शाह ने सभी अनुबंधित खिलाड़ियों को एक पत्र जारी किया, जिसमें कहा गया कि घरेलू क्रिकेट राष्ट्रीय टीम के लिए “चयन के लिए महत्वपूर्ण मानदंड” बना हुआ है।