टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग और लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर दोनों ने शनिवार को राजस्थान रॉयल्स (RR) के खिलाफ दिल्ली कैपिटल्स (DC) के कप्तान डेविड वार्नर की धीमी बल्लेबाजी की आलोचना की। 200 रन का टारगेट पीछे करते हुए दिल्ली को 57 रन से हार का सामना करना पड़ा। दिल्ली की टीम लगातार दूसरा मैच हारी वार्नर ने भले ही 65 रन बनाए हों, लेकिन इसके लिए उन्होंने 55 गेंद लिए। उन्होंने पिछले दो मैचों में भी काफी धीमी बल्लेबाजी की है।
वीरेंद्र सहवाग और सुनील गावस्कर ने धीमी बल्लेबाजी के लिए डेविड वार्नर पर निशाना साधा। वीरू ने कहा कि अगर वह यशस्वी जयसवाल की तरह 25 गेंद पर 50 रन नहीं बना सकते तो उन्हें आईपीएल नहीं आना चाहिए। वहीं लिटिल मास्टर ने कहा कि अगर वार्नर कप्तान नहीं होते तो दिल्ली कैपिटल्स की टीम उन्हें रिटायर्ट हर्ट कर देती।
आईपीएल खेलने के लिए मत आइए
वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ” मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि हम उन्हें अंग्रेजी में बताएं ताकि वार्नर इसे सुनें और आहत महसूस करें। डेविड, अगर आप सुन रहे हैं, तो कृपया अच्छा प्रदर्शन करें। 25 गेंदों में 50 रन बनाए। जायसवाल से सीखें, उन्होंने 25 गेंदों में अपना अर्धशतक लगाया। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते तो आईपीएल खेलने के लिए मत आइए। डेविड वॉर्नर 55-60 रन बनाने के बजाय 30 रन पर आउट हो जाते तो टीम के लिए बेहतर होता। रोवमैन पॉवेल और इशान पोरेल जैसे खिलाड़ी बहुत पहले आ सकते थे और शायद कुछ कर सकते थे। उन खिलाड़ियों के लिए गेंद नहीं बची थी और वे टीम में बिग हिटर हैं।”
डेविड वार्नर अगर दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान नहीं होते तो रिटायर्ड हर्ट होते
सुनील गावस्कर ने कहा, “अगर आप 8 गेंद पर 8 रन बनाकर आउट हो जाते हैं, तो कहा जा सकता है कि ठीक है वह लय नहीं पा सके। लेकिन आप कप्तान हैं, आपके पास वह अनुभव है। उन्होंने दिखाया कि वह आईपीएल में सबसे तेज 6000 रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं इसलिए आप उनसे ऐसी पारियों कल्पना नहींते। डेविड वार्नर अगर दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान नहीं होते तो रिटायर्ड हर्ट होते। अगर यह कोई युवा भारतीय खिलाड़ी होता तो वह टूर्नामेंट में आगे नहीं खेलता। यह उसका आखिरी मैच होता। वार्नर को इस हार की जिम्मेदारी लेनी होगी।”
