IPL 2023, LSG vs RCB: लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच एक मई 2023 को हुए मैच में विराट कोहली, गौतम गंभीर और युवा क्रिकेटर नवीन-उल-हक के बीच जो कुछ भी हुआ, उसकी कड़ी आलोचना हो रही है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने दंड स्वरूप विराट कोहली और गौतम गंभीर की पूरी और नवीन-उल-हक की 50 फीसदी मैच फीस भी काट ली है।
हालांकि, महान सुनील गावस्कर ऐसे किसी जुर्माने से संतुष्ट नहीं हैं। उनका मानना है कि मौजूदा दौर में जुर्माना लगाने से काम नहीं चलेगा। कुछ ऐसा करना चाहिए, जिससे भविष्य में ये खिलाड़ी ऐसी हरकत करने से डरें। इन पर एक-दो या और ज्यादा मैचों का प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
गुजरात टाइटंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मैच से पहले पिच रिपोर्ट के दौरान सुनील गावस्कर ने प्रसारक स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘मैंने कल मैच लाइव नहीं देखा था। अभी कुछ देर पहले ही वीडियो क्लिप देखी है। ये चीजें कभी अच्छी नहीं लगतीं, लेकिन 100 प्रतिशत मैच फीस विराट कोहली जैसे खिलाड़ी के लिए क्या मायने रखती है?’
एक करोड़ रुपए विराट कोहली के लिए क्या मायने रखते हैं: सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘आरसीबी (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर) ने विराट कोहली को शायद 17 करोड़ रुपए में रिटेन किया है। इसका मतलब है कि संभावित 16 मैचों के लिए 17 करोड़ रुपए। इसमें सेमीफाइनल और फाइनल शामिल हैं। मसलन आप एक करोड़ रुपए की बात कर रहे हैं। क्या विराट कोहली पर 1 करोड़ रुपए या अधिक का जुर्माना लगने से कोई फर्क पड़ेगा? क्या यह एक बहुत कठोर जुर्माना है?’
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि गौतम गंभीर की स्थिति (मैच फीस) क्या है? उन्हें (बीसीसीआई) को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह दोहराया न जाए। क्या यह इतना बड़ा जुर्माना है जिससे आप उम्मीद करें कि यह दोहराया नहीं जाएगा। क्या यह इतनी कड़ी सजा है…, मुश्किल है।’
हमारे जमाने में नोक-झोंक होती थी, लेकिन अब जैसी नहीं: सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘आप कड़ी मेहनत करना चाहते हैं। इसे प्रतिस्पर्धात्मक रूप से खेलें। जब हम खेलते थे, उस दौरान भी थोड़ी नोक-झोंक होती थी, लेकिन ऐसी आक्रामकता नहीं थी, जैसा अब हम देखते हैं। इसका बहुत कुछ इस तथ्य से भी लेना-देना है कि सब कुछ टीवी पर भी है। इस तथ्य के कारण कि आप टीवी पर हैं, आप शायद थोड़ा ज्यादा ही करते हैं।’
ऐसे खिलाड़ियों की टीमें भी भुगतें खामियाजा: सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर ने ऐसे कृत्यों में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को कुछ मैचों के लिए निलंबित/प्रतिबंधित करने का सुझाव दिया, ताकि उनकी टीमों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़े। सुनील गावस्कर ने कहा, ‘…जहां तक मेरी बात है तो कुछ ऐसा करो जो सुनिश्चित करे कि ये चीजें फिर से न हों। अगर ऐसा करना है … तो आप जानते हैं, जैसा कि 10 साल पहले हरभजन और श्रीसंत के साथ हुआ था। आपको उन्हें कुछ मैचों के लिए अलग करने का कदम उठाना होगा।’
सुनील गावस्कर ने स्लो ओवर रेट का दिया उदाहरण
सुनील गावस्कर ने स्लो ओवर रेट में सर्किल से बाहर फील्डर की संख्या का उदाहरण देते हुए कहा, ‘टीमों को लगता है कि इससे उन्हें नुकसान हो सकता है। वे हार सकती हैं, इसलिए मैच के दौरान उनके दिमाग में हमेशा घूमता रहता है कि समय पर ओवर हो जाएं।’ गावस्कर ने कहा, ‘आप कुछ ऐसा करें जिससे यह सुनिश्चित हो कि ऐसी चीजें न हों। उन्हें डर होना चाहिए कि यदि कुछ ऐसा हुआ तो उससे टीम को भी नुकसान होगा।’