राजस्थान रॉयल्स के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने गुरुवार को एकबार फिर अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। केकेआर के खिलाफ खेले गए मैच में जायसवाल ने 47 गेंदों में 98 रन की नाबाद पारी खेली। जायसवाल ने अपनी पारी का आगाज ही छक्के से किया था। नितीश राणा के पहले ही ओवर में उन्होंने 26 रन ठोक दिए थे। हालांकि जायसवाल इस मैच जिताऊ पारी को खेलने के बाद भी खुश नहीं हैं और उन्हें इस बात का पछतावा है कि उनके कारण जोस बटलर को अपने विकेट का त्याग करना पड़ा था।
क्या कहा यशस्वी जायसवाल ने ?
मैच खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यशस्वी जायसवाल ने मीडिया से कहा, “जोस भाई को मेरी वजह से अपने विकेट का त्याग करना पड़ा, मेरी एक गलत कॉल की वजह से उन्होंने अपना विकेट छोड़ा, मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं। उनके विकेट ने ही मुझे अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। हम जानते हैं कि खेल के दौरान ऐसे मोमेंट हो जाते हैं, कोई जानबूझकर ऐसे नहीं करता।”
तीसरी ही गेंद पर आउट हो गए थे बटलर
आपको बता दें कि 150 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स की टीम को दूसरे ओवर की चौथी ही गेंद पर बटलर के रूप में पहला झटका लगा था। बटलर बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए थे। यशस्वी जायसवाल की गलत कॉल की वजह से ही बटलर ने अपना विकेट छोड़ दिया था। बटलर जिस गेंद पर रन आउट हुए वहां रन बनता ही नहीं था, लेकिन जायसवाल आधी क्रीज को पार कर चुके थे और उसके बाद बटलर नॉन स्ट्राइकर एंड की तरफ दौड़े। बटलर ने इस दौरान जायसवाल को रन लेने से भी मना किया था।
वेंकटेश अय्यर ने ली हार की जिम्मेदारी
यशस्वी जायसवाल ने जिस तरह बटलर के विकेट की जिम्मेदारी ली उसी तरह केकेआर की हार के लिए वेंकटेश अय्यर ने खुद को जिम्मेदार ठहराया। मैच के बाद अय्यर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हार की जिम्मेदारी मेरी है, क्योंकि मैंने अपनी पारी में ढेर सारी डॉट बॉल खेलीं, मुझे स्ट्राइक रोटेट करनी चाहिए थी, लेकिन मेरी डॉट बॉल की वजह से राजस्थान के गेंदबाज हम पर दबाव बना सके। हमने भले ही अच्छी वापसी की थी, लेकिन अंत में मैच हमने गंवा दिया। बता दें कि अय्यर ने शुरुआती 12 गेंदों में सिर्फ 2 रन बनाए थे, लेकिन उसके बाद उन्होंने गियर बदला और 39 गेंदों में अपनी हाफ सेंचुरी पूरी की।