इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 के 17वें मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने चेन्नई सुपर किंग्स को 8 विकेट से हरा दिया। इस सीजन हैदराबाद की यह पहली जीत और चेन्नई सुपर किंग्स की लगाता चौथी हार है। आईपीएल के इतिहास में चेन्नई सुपर किंग्स ने दूसरी बार लगातार 4 मैच हारे हैं। इससे पहले चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल 2010 में लगातार चार मैच गंवाए थे। हालांकि, उस सीजन टीम महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में पहली बार चैंपियन बनी थी।
बतौर कप्तान रविंद्र जडेजा अब तक एक भी मैच नहीं जीत पाए हैं। हैदराबाद के खिलाफ मैच गंवाने के बाद उन्होंने कहा, ‘मैच में हमारी गेंदबाजी अच्छी नहीं रही। हम 25 रन कम भी रह गए थे। हम अंत तक लड़ना चाहते थे, क्योंकि अंत में कुछ भी हो सकता था। हमने नई गेंद से विकेट लेने की कोशिश की। हमने आखिर में अच्छी जगह पर गेंदबाजी करके रन रोकने की कोशिश भी की। अब हम बैठेंगे और बात करेंगे कि गलतियां कहां हो रही हैं। हम सभी पेशेवर क्रिकेटर हैं। हम मैच जीतना चाहते हैं। हम सभी वापसी की कोशिश करेंगे।’
वहीं, केन विलियमसन ने एक अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम किया। चेन्नई के खिलाफ वह महज 80 के स्ट्राइक रेट से 40 गेंद में 32 रन बनाकर आउट हुए। आईपीएल के किसी मैच में किसी कप्तान का यह दूसरा सबसे कम स्ट्राइक रेट है। इस मामले में युवराज सिंह पहले नंबर पर हैं। युवराज ने 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच में 79 रन के स्ट्राइक रेट से ही रन बना पाए थे। सूची में तीसरे नंबर पर सचिन तेंदुलकर और चौथे नंबर पर रोहित शर्मा हैं। सचिन ने 2011 में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 88.1 और रोहित ने 2013 में पुणे वारियर्स के खिलाफ 90.2 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे।
केन विलियमसन ने मैच के बाद कहा, ‘हम तीन मैच खेले हैं। खुश हैं कि हमने जीत का खाता खोल लिया। हमने गेंदबाजी और बल्लेबाजी से अच्छा प्रदर्शन किया। आप जब साझेदारी करते हो तो दबाव बढ़ाते हैं। हमने आज यही किया और अंत में राहुल त्रिपाठी ने अच्छी बल्लेबाजी की।’
विलियमसन ने आगे कहा, ‘पिछले दो मैचों में मुझे आउट होकर दुख हुआ, क्योंकि मैं अपना योगदान देना चाहता हूं।’ बता दें कि केन विलियमसन 3 मैच में अब तक 50 रन ही बना पाएं हैं। इस मैच से पहले उन्होंने लखनऊ के खिलाफ 16 और राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 2 रन बनाए थे।