चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) के कोच स्टीफन फ्लेमिंग का मानना है कि कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के दौरान महेंद्र सिंह धोनी को मिला ब्रेक उनके लिए फायदेमंद रहा है। फ्लेमिंग ने शुक्रवार (18 सितंबर) को कहा कि टीम के करिश्माई कप्तान धोनी के लिए एक साल से ज्यादा समय का ब्रेक काफी फायदेमंद रहा जिससे वह तरोताजा होकर तकनीकी रूप से अलग इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की चुनौतियों से निपटने के लिए मानसिक रूप से दृढ हैं।

शनिवार को सीएसके और रोहित शर्मा की मुंबई इंडियंस के बीच टूर्नामेंट का शुरूआती मुकाबला खेला जाएगा। न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान फ्लेमिंग ने कहा कि उनकी टीम का बड़े मैच जीतने का अनुभव अगले 53 दिन तक काफी काम आएगा। पिछले महीने धोनी ने एक साल से ज्यादा समय के ब्रेक के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। जब आईपीएल के लिए उनकी तैयारियों के बारे में पूछा गया तो फ्लेमिंग ने कहा, ‘‘इसमें कुछ भी अलग नहीं हुआ। वह बहुत फिट है और मानसिक रूप से काफी व्यस्त है और दृढ़ है। ’’

सीएसके की अधिकारिक वेबसाइट को टूर्नामेंट से पूर्व दिए इंटरव्यू में फ्लेमिंग ने कहा, ‘‘कुछ तरीकों से ब्रेक हमारे अनुभवी और बड़ी उम्र के खिलाड़ियों के लिए काफी कारगर हो सकता है। धोनी तरोताजा है और अच्छा करने को तैयार है। ’’ तीन बार की चैम्पियन टीम अपने 35 से ज्यादा उम्र के खिलाड़ियों पर काफी निर्भर हैं जिसमें खुद धोनी, शेन वाटसन, ड्वेन ब्रावो, केदार जाधव और इमरान ताहिर शामिल हैं।

फ्लेमिंग ग ने कहा, ‘‘अनुभवी खिलाड़ी अहम मौकों को पहचान सकते हैं इसलिए ही उन्होंने अपने करियर में इतना शानदार प्रदर्शन किया है। वे मैच का रूख मोड़ सकते हैं, दबाव को झेल सकते हैं और परिस्थितियों का आकलन कर सकते हैं। अनुभव यही होता है इसलिए हम इसे काफी अहम मानते हैं। इसलिये हम इतने सारे करीबी मैचों में जीत हासिल करने में सफल रहे क्योंकि महत्वपूर्ण खिलाड़ियों को काफी अनुभव रहा है और आप इसमें कौशल को भी मिला सकते हो। आप युवाओं को शामिल कर सकते हो और सही संतुलन बना सकते हो।’’