IPL 2020 Bookies: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया की सबसे महंगी घरेलू क्रिकेट लीग है। यही वजह है कि इस पर न सिर्फ क्रिकेट प्रशंसकों, बल्कि उन सटोरियों की भी निगाहें लगी रहती हैं, जो इस कैश-रिच लीग के जरिए जल्दी-जल्दी से अपनी तिजोरी भरना चाहते हैं। लीग का 13वां सीजन भी इससे अलग नहीं है।

हालांकि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की एंटी करप्शन यूनिट (भ्रष्टाचार रोधी इकाई) के प्रमुख अजीत सिंह ने खुलासा किया है कि इस बार सटोरिये किसी भी तरह से अब तक अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए हैं। एसीयू प्रमुख अजीत सिंह ने एएनआई से बात करते हुए कहा, ‘यह टीम (एसीयू) को पता चला है कि सटोरिए दुबई तो पहुंच गए हैं, लेकिन वे अब तक टूर्नामेंट की पवित्रता भंग करने के अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए हैं।’

सटोरियों की मंशा नाकाम करने में अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी), स्थानीय पुलिस और बीसीसीआई की एसीयू का अहम रोल है। अजीत सिंह ने खुलासा करते हुए कहा, ‘ऐसे सटोरिये हैं जिन्होंने दुबई का रुख किया है, लेकिन वे अपने मंसूबे पूरा करने के रास्ते में जरा भी आगे नहीं बढ़ पाएं हैं। अब तक यह सब सुचारू रूप से चल रहा है। चीजें सही क्रम में आगे बढ़ रही हैं।’

अजीत सिंह ने कहा, ‘हम न केवल अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी), बल्कि स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर भी काम कर रहे हैं। वे बहुत मददगार रहे हैं।’ हालांकि, सटोरिये भले ही संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए हों, लेकिन वे भारत में जरूर इसके जरिए काली कमाई करने में जुटे हैं। एक दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में पुलिस ने आईपीएल में सट्टा लगाने वाले दो बुकी को गिरफ्तार किया था।

पुलिस ने कथित सट्टेबाजों के पास से 1.68 लाख रुपये, चार मोबाइल बरामद किए। चकेरी थाने के इंस्पेक्टर रवि श्रीवास्तव के मुताबिक, जाजमऊ गंगा पुल से करीब 100 मीटर दूर कार में सवार दो युवकों को रोका गया। उन्हें थाने लाकर जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे दोनों कार में घूम-घूमकर आईपीएल में सट्टा लगाते हैं। वे मोबाइल से सट्टा लगवाते हैं। उसकी रिकार्डिंग भी रखते हैं।