ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे तेज गेंदबाजों वाली टीम इंडिया के पास इंग्लैंड को उसके घरेलू मैदान पर मात देनी की क्षमता है। उन्होंने भारतीय टीम की तुलना बीते समय की वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया की टीमों से की।
टीम इंडिया के मुख्य कोच रह चुके ग्रेग चैपल के बड़े भाई और ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ियों में शामिल चैपल को लगता है कि शानदार तेज गेंदबाजी आक्रमण के चलते भारत के पास आगामी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को उसकी सरजमीं पर हराने का ‘बराबरी’ का मौका है। उन्होंने कहा कि भले ही भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड से विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल गंवा दिया हो लेकिन उसकी तेज गेंदबाजी हाल के वर्षों में काफी बेहतरीन हुई है जिससे वह बीते समय की वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलियाई टीम जैसी दिखती है। चैपल ने
‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ में अपने कॉलम में लिखा, ‘हाल के वर्षों में भारतीय टीम तेज गेंदबाजी करने वाली कुशल टीमों की श्रेणी में शामिल हो गई है। इसके परिणामस्वरूप ही उसने ऑस्ट्रेलिया में जीत का स्वाद चखा और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंची। अब उसके पास इंग्लैंड को उसकी ही मांद में हराने का बराबरी का मौका है।’
उन्होंने कहा, ‘अच्छी तेज गेंदबाजी इकाई के निश्चित रूप से अपने ही फायदे हैं। ’ पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का मानना है कि भारत के लिए मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे तेज गेंदबाजों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। टीम इंडिया की तारीफ करने के साथ-साथ इयान चैपल ने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों की भी प्रशंसा की। चैपल ने कीवी पेसर्स को वेस्टइंडीज की 1970 से 90 के दशक की गेंदबाजी चौकड़ी के समान निर्भीक करार दिया।
चैपल ने कहा, ‘न्यूजीलैंड की विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में टिम साउदी, ट्रेंट बोल्ट, नील वैगनर और काइल जैमीसन की तेज गेंदबाजी चौकड़ी ने जीत दिलाने में अहम भूमिका निभायी। न्यूजीलैंड के आक्रमण का प्रभाव ऐसा था कि इसकी तुलना वेस्टइंडीज की 1970 से 1990 दशक की तेज गेंदबाजी चौकड़ी से होने लगी।’