भारतीय टीम को मुख्य कोच गौतम गंभीर के कहने पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की ओर से तैयार किए गए अनुशासन से संबंधित 10 सूत्री दिशा-निर्देशों के कुछ प्रावधानों पर आपत्ति है। इसे लेकर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा बोर्ड सचिव देवजीत सैकिया के साथ चर्चा करने वाले हैं। बीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर दिशा-निर्देशों की घोषणा नहीं की है, लेकिन मीडिया ने पहले ही 10 सूत्री निर्देशों के बारे में रिपोर्ट कर दी है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार विवाद का प्रमुख कारण दिशा-निर्देशों में शामिल एक पुराने नियम की वापसी है। ये नियम खिलाड़ियों के परिवारों को लंबे दौरों पर केवल 14 दिनों की अनुमति देने को लेकर है। किसी भी बदलाव के लिए कोच गंभीर की मंजूरी की आवश्यकता होगी। माना जा रहा है कि इस बिंदु को लेकर भारतीय टीम के खिलाड़ियों को आपत्ति है।
रोहित शर्मा ने किया इन्कार
जब रोहित प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होने से पहले चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर के बगल में बैठे थे, तो उन्हें मुंबई के अपने पूर्व साथी खिलाड़ी से यह कहते हुए सुना गया, “अब मेरे को बैठना पड़ेगा सेक्रेटरी के साथ। फैमिली, वैमिली का डिस्कस करने के लिए, सब मेरे को बोल रहे हैं यार।” रोहित की टिप्पणी मीडिया के लिए नहीं थी, लेकिन माइक्रोफोन के कारण सबको सुनाई दिया। जब रोहित से दिशा-निर्देशों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने पलटकर कहा, “आपको इन नियमों के बारे में किसने बताया? क्या यह बीसीसीआई के आधिकारिक हैंडल से आया है? इसे आधिकारिक तौर पर आने दें।”
अजीत अगरकर ने किया स्वीकार
अजीत अगरकर ने स्वीकार किया कि एक एसओपी तैयार किया गया है। अगरकर से पूछा गया कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि इन्हीं खिलाड़ियों के साथ टी20 वर्ल्ड कप जीतने के छह महीने के भीतर बीसीसीआई को ट्रैवल पॉलिसी दस्तावेज की जरूरत पड़ गई? ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हार को लेकर समीक्षा समिति की बैठक का हिस्सा अगरकर ने कहा, “अगर हम इसी तरह आगे बढ़ते रहे तो शायद हम इस बारे में अंतहीन बात करेंगे। मुझे लगता है कि हर टीम के कुछ नियम होते हैं। हमने पिछले कुछ महीनों में कई चीजों के बारे में बात की है, जहां आप एक टीम के रूप में सुधार कर सकते हैं, जहां आप एक टीम के रूप में थोड़ा और करीब पहुंच सकते हैं। यह कोई स्कूल नहीं है। यह कोई सजा नहीं है।”
कई नियम पहले से लागू
अगरकर ने कहा, ” बात सिर्फ इतनी है कि आपके पास कुछ नियम हैं और जब आप राष्ट्रीय टीम के लिए खेल रहे होते हैं तो आप उन नियमों का पालन करते हैं। फिर ये सभी परिपक्व हैं। वे अंतरराष्ट्रीय खेल में अपने आप में सुपरस्टार हैं। लेकिन आखिरकार आप अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनका आप स्वाभाविक रूप से पालन करते हैं जैसा कि हर टीम करती है। मुझे लगता है कि उनमें से बहुत से (नियम) लागू हो चुके हैं। हो सकता है कि हमने अब इसके बारे में बात की हो और इसे सामने रखा गया हो, लेकिन उनमें से बहुत से नियम किसी भी मामले में लागू हो चुके हैं। आप इसमें सुधार करते रहते हैं और अंततः टीम के अनुकूल जो आप करना चाहते हैं, उसे आजमाते हैं।” चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का स्क्वाड