भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को ही टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टेस्ट, वनडे और टी-20 टीमों का ऐलान कर दिया। इसमें आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले कई नए चेहरों को मौका दिया गया। हालांकि, उपकप्तान के नाम में रोहित शर्मा की जगह केएल राहुल का नाम शामिल किया गया। कहा गया कि आईपीएल में लगी चोट के कारण रोहित शर्मा के स्वास्थ्य पर बोर्ड नजर रखेगा। प्रबंधन के इस फैसले पर कई फैंस ने नाराजगी जताई है। खासकर तब जब रोहित शर्मा नेट्स पर बैटिंग करते नजर आ रहे हैं और ऑस्ट्रेलिया दौरे को अभी करीब एक महीने का समय बचा है। कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने भी बोर्ड के फैसले पर सवाल उठाए हैं।

इन्हीं में से एक नाम है टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर दीप दासगुप्ता का। उन्होंने कहा कि अगर रोहित आईपीएल को आगे खेलता है, तो उसे बाहर बैठते देखना बिल्कुल ठीक नहीं होगा। दीप ने अपना पक्ष रखते हुए कहा, “रोहित ने काफी समय से मैच नहीं खेला है। लेकिन मुझे लगता है कि अगर वह मुंबई इंडियंस के लिए खेलने के लिए फिट होता है, तो वह राष्ट्रीय टीम का भी हिस्सा रहेगा। जहां तक मैं जानता हूं, वह उसकी फिटनेस 50-50 है, और अभी नेट्स पर बैटिंग शुरू कर रहा है।”

स्पोर्ट्स टुडे को दिए इंटरव्यू में दासगुप्ता ने कहा, “मुझे लगता है कि यह कुछ ही समय की बात है जैसे ही वह कुछ मैच खेलने के लिए फिट होता है, तो वह तैयार होगा। यह मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या है और आप किसी ऐसे को नहीं रखना चाहेंगे, जो 100 फीसदी फिट न हो।” हालांकि, केएल राहुल को उपकप्तान घोषित करने के फैसले पर दासगुप्ता ने कहा कि इसमें कुछ समय लिया जा सकता था, ताकि रोहित की फिटनेस के बारे में पता लगाया जा सके।

भारत के पूर्व विकेटकीपर ने आगे कहा, “अगर रोहित फिट है, तो उसे टीम में होना है। इस बारे में कोई संदेह नहीं। शायद मयंक अग्रवाल की चोट इतनी गंभीर नहीं, इसलिए उसे मौका दिया गया है। लेकिन एक फिट रोहित शर्मा को टीम में होना ही है। उपकप्तान के ऐलान को रोका जा सकता था। उन्हें (सेलेक्टर्स को) रोहित की चोट की जानकारी के लिए अगले हफ्ते तक इंतजार तो करना ही था।”