वर्ल्ड कप 2023 के लिए टीम इंडिया का 5 सितंबर 2023 (मंगलवार) को ऐलान हो जाएगा। एशिया कप के लिए श्रीलंका में मौजूद टीम इंडिया के स्कवाड का ऐलान प्रेस कॉन्फ्रेंस में होगा। कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ इसका हिस्सा होंगे। एशिया कप में पाकिस्तान और नेपाल के खिलाफ जिस तरह का टीम इंडिया का प्रदर्शन रहा है उससे साफ हो गया कि टीम इंडिया महासंग्राम शुरू होने के एक महीने पहले भी तैयार नहीं है। ऐसे में टीम के ऐलान के दौरान कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा के कड़क सवाल होने चाहिए। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दोनों से इन 5 सवालों का जवाब हर कोई चाहेगा
केएल राहुल की फिटनेस
केएल राहुल का वर्ल्ड कप के चयन होना लगभग तय है। वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया के ऐलान के दौरान केएल राहुल की फिटनेस पर क्लियेरिटी देनी चाहिए। फिट हैं तो क्या पूरी तरह फिट हैं? 50 ओवर विकेटकीपिंग कर सकते हैं? एशिया कप की तरह बहानेबाजी नहीं होनी चाहिए कि निगल है दो मैच नहीं खेलेंगे।
पाकिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी और नेपाल के खिलाफ गेंदबाजी तो कितना नंबर देते हैं?
राहुल द्रविड़ से पाकिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी और नेपाल के खिलाफ गेंदबाजी को लेकर सवाल होना चाहिए। उनसे सवाल होना चाहिए कि क्या वह इस तरह की तैयारी से संतुष्ट हैं? दोनों विभाग में सुधार के लिए उनके क्या प्लान है। पाकिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया बल्लेबाजी फ्लॉप रही थी। नेपाल के खिलाफ काफी साधारण गेंदबाजी दिखी।
खराब फील्डिंग
टीम इंडिया के लिए फील्डिंग भी चिंता का सबब है। नेपाल के खिलाफ इसकी पोल खुल गई। इसके बाद आंकड़ा सामने आया कि कैच लेने में हम केवल अफगानिस्तान से आगे हैं। विराट कोहली, श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों ने कैच छोड़े। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी हालत ऐसी ही थी।
पुराना रिकॉर्ड देखेंगे या फॉर्म
केएल राहुल का चयन होता है तो कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा से सवाल होना चाहिए कि इशान किशन को प्लेइंग 11 मौका मिलेगा या नहीं? फॉर्म को तवज्जो दी जाएगी या पुराने रिकॉर्ड को? इशान बेहतरीन फॉर्म में हैं और लगातार 4 वनडे में 4 अर्धशतक ठोक चुके हैं। दूसरी ओर राहुल का मिडिल ऑर्डर में रिकॉर्ड अच्छा है, लेकिन वह लंबे समय से मैदान से दूर हैं।
भारत में वर्ल्ड कप होने का दबाव झेल लेंगे?
मेजबान होने की वजह से टीम इंडिया पर वर्ल्ड कप जीतने का दबाव होगा। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि पिछले तीन चैंपियन होस्ट ही रहे हैं। इसकी शुरुआत 2011 में भारत के वर्ल्ड चैंपियन बनने से हुई। इसके बाद 2015 में मेजबान ऑस्ट्रेलिया और 2019 में मेजबान इंग्लैंड चैंपियन बना। इसके अलावा भारत 1987, 1996 और 2011 में वर्ल्ड कप होस्ट कर चुका है। 1987 और 1996 में सेमीफाइनल तक पहुंचा। 2011 जीत ही गया। 21 सदी में वर्ल्ड कप की बात करें तो 2003 में फाइनल, 2007 में ग्रुप स्टेज, 2011 में फाइनल, 2015 और 2019 में सेमीफइनल खेले। ऐसे में रहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा से सवाल होगा कि क्या टीम इंडिया यह दबाव झेल लेगी और अच्छा प्रदर्शन करेगी?