India vs New Zealand: विराट कोहली सक्रिय क्रिकेटर्स में सबसे ज्यादा बार डक पर आउट होने के मामले में टिम साउथी की बराबरी पर पहुंच गए। कीवी टीम के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट की पहली पारी में वो जीरो पर आउट हो गए और इंटरनेशनल क्रिकेट में वो 38वीं बार इस तरह से आउट हुए। कोहली ने 9 गेंदों का सामना किया और विलियन ने ही उन्हें आउट किया। कोहली के डक पर आउट होने के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने उनकी बल्लेबाजी में तकनीकी खामी के बारे में बताया।
मांजरेकर ने बताई विराट की तकनीकी खामी
गर्दन में अकड़न के कारण पहले टेस्ट से बाहर रहे शुभमन गिल की अनुपस्थिति में कोहली तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे। आसमान में बादल छाए रहने के कारण कीवी तेज गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं क्योंकि गेंद बहुत तेजी से घूम रही थी। विलियम ओ’रूर्के ने कोहली को एक ऐसी गेंद से आउट किया जो ऑफ स्टंप पर शॉर्ट लेंथ पिचिंग के बाद दाएं हाथ के बल्लेबाज के करीब जाती दिख रही थी। गेंदबाज की लंबाई की वजह से इस गेंद को अतिरिक्त उछाल मिली और दिल्ली का बल्लेबाज इसका फायदा उठाने में विफल रहा। कोहली ने अपने पैर की उंगलियों से बचाव करने की कोशिश की लेकिन गेंद उनके ऊपरी दस्ताने से टकराकर लेग गली में खड़े ग्लेन फिलिप्स की ओर उछल गई जिन्होंने आगे की ओर डाइव लगाकर शानदार कैच लपका।
मांजरेकर ने कहा कि कोहली लगभग हर गेंद पर फ्रंट फुट पर खेलने की कोशिश करते हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर को लगता है कि 35 वर्षीय कोहली आराम से बैकफुट पर इस बॉल को खेल सकते थे। मांजरेकर ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा कि मैंने पहले भी कहा है, फिर से कहूंगा। विराट ने हर गेंद पर फ्रंट फुट पर खेलने की चाहत में अपनी समस्याओं को और बढ़ा लिया है। चाहे गेंद कितनी भी लंबी क्यों न हो। कोहली पहली पारी में जिस गेंद पर आउट हुए उसे आराम से बैकफुट पर जाकर टैकल कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
