आईसीसी पुरुष एकदिवसीय विश्व कप 2023 के खिताबी मुकाबले का मंच तैयार है। भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें रविवार 19 नवंबर की दोपहर 2 बजे से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में एक दूसरे से भिड़ने को तैयार हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये दोनों ही प्रतियोगिता की सर्वश्रेष्ठ टीमें हैं।
टूर्नामेंट में भारत के दबदबे का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पहले बल्लेबाजी करते हुए उसने औसत 175 रन से जीत हासिल की है और रन चेज करते उसने औसतन 64.4 गेंदें शेष रहते हुए जीत हासिल की। ऐसा शानदार प्रदर्शन 2007 विश्व कप में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ही कर पाई थी।
दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया शुरुआती दो मैच के बाद अंक तालिका में सबसे नीचे पहुंच गया था। इसका श्रेय भी आंशिक रूप से भारत को जाता है। भारत ने टूर्नामेंट के शुरुआती मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आसानी से जीत हासिल की। हालांकि, उसके बाद से ऑस्ट्रेलिया ने 8 जीत हासिल कीं।
टूर्नामेंट में कायम है भारत का दबदबा
भारत ने शुरू से ही अपने विरोधियों को कुचलने की कोशिश की, जबकि ऑस्ट्रेलिया को टूर्नामेंट में बने रहने के लिए बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उदाहरण के तौर पर अफगानिस्तान के खिलाफ 292 रन का पीछा करते हुए 91 रन पर ही 7 विकेट गंवा देना। मिचेल स्टार्क सिर्फ सेमीफाइनल में ही अच्छा प्रदर्शन कर पाए। स्टीव स्मिथ भी टॉप गियर नहीं लगा पाए हैं।
भारत के टॉप-5 में से 4 बल्लेबाजों ने लगाए शतक
भारत विश्व विजेता के उतना करीब है जितनी आप कल्पना कर सकते हैं। टीम इंडिया ने टूर्नामेंट में दो बार विपक्षी टीम को 80 से कम स्कोर पर आउट किया। भारत ने 5 बार पहले बल्लेबाजी की। इसमें से 3 मौकों पर 350 रन का आंकड़ा पार किया। एक मौके पर 5 विकेट पर 326 रन बनाए। उसके शीर्ष 5 में से 4 ने शतक लगाए। शुभमन गिल ने भी 108.02 के स्ट्राइक रेट और 50 के औसत से रन बनाए हैं। उसकी फील्डिंग अनुकरणीय रही।
टीम इंडिया की 140 करोड़ भारतवासियों के भरोसे पर खरे उतरने की कोशिश
फाइनल में टीम इंडिया की नजर तीसरी बार विश्व विजेता बनने के साथ-साथ 140 करोड़ देशवासियों का भरोसा बनाए रखने पर भी है। करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों की प्रार्थनाओं के बीच भारतीय कप्तान रोहित शर्मा 10 साथियों के साथ 5 बार के विश्व चैंपियन के खिलाफ इतिहास रचने उतरेंगे। इस इतिहास का साक्षी बनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 1 लाख से अधिक लोग दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में मौजूद होंगे।
भारत-ऑस्ट्रेलिया फाइनल से पहले एयर शो
मैच से पहले एयर शो, क्रमशः दो ड्रिंक्स ब्रेक पर एक कॉन्सर्ट और एक लाइट शो और दो पारियों के बीच के अंतराल में एक और कॉन्सर्ट भी होगा। नरेंद्र मोदी स्टेडियम की बाउंड्री कोलकाता के ईडन गार्डन और मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम के मुकाबले करीब 10 मीटर ज्यादा दूर होगी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आसान नहीं होगी जीत
रोहित ने अब तक जिस तरह से गेम चलाया है उससे देखकर हर कोई भारत को पसंदीदा बता रहा है। हालांकि, रोहित भी जानते होंगे कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत आसान नहीं होगी। ऑस्ट्रेलिया बड़े मुकाबलों की टीम है। वह संभवत: एकमात्र टीम है जो भारत पर काफी दबाव डाल सकती है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम में अनुभव का भंडार
ऑस्ट्रेलिया ही ऐसी टीम है जो 1,00,000 से ज्यादा प्रशंसकों से भयभीत नहीं होगी। उसकी टीम के कई खिलाड़ी पहले भी विश्व कप फाइनल का हिस्सा रहे हैं और कई ने जीत हासिल की है। ऑस्ट्रेलिया की संभावित प्लेइंग XI के 5 सदस्य 2015 विश्व कप फाइनल में थे। कुछ अन्य ने 2021 टी20 विश्व कप भी जीता है।
12 साल से भारत को विश्व कप का इंतजार
भारत ने आखिरी बार 2011 में एमएस धोनी की अगुआई में विश्व कप जीता था। साल 2015 और 2019 के विश्व कप में टीम इंडिया सेमीफाइनल की बाधा नहीं पार कर पाई थी। साल 2015 में उसे ऑस्ट्रेलिया और 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। विश्व कप 2023 में भारत ने कोई मैच नहीं गंवाया है। हालांकि, 19 नवंबर को जो सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सफल होगा वही विश्व कप की ट्रॉफी अपने नाम करेगा।
भारत की जीत से वनडे क्रिकेट का भी होगा भला
कपिल देव ने 1983 में जब लार्ड्स में विश्व कप ट्रॉफी उठाई थी तब वह भारतीय क्रिकेट में नए युग की शुरुआत थी। महेंद्र सिंह धोनी ने 2011 में जब मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए फाइनल में विजयी छक्का जड़ा तो उसने विश्व क्रिकेट में भारत के दबदबे की शुरुआत की। टीम इंडिया अब 2023 में तीसरी बार विश्व चैंपियन बनना चाहेगी। इससे पिछले 5 साल से अपनी पहचान बचाने को जूझ रहे 50 ओवर क्रिकेट को भी बढ़ावा मिलेगा।