इंटरनेशनल क्रिकेट में लंबे समय बाद वापसी करने वाले श्रेयस अय्यर ने रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंदौर में खेले गए दूसरे वनडे मैच में शानदार शतक ठोककर अपनी वापसी को धमाकेदार बनाया। अय्यर ने हालांकि एशिया कप में वापसी की थी, लेकिन फिर से चोटिल होने के कारण वह एशिया कप के सभी मैच नहीं खेल पाए थे और फॉर्म के लिए संघर्ष करते दिखे थे, लेकिन इंदौर वनडे में अय्यर ने 350 दिन बाद सेंचुरी लगाकर यह दिखा दिया कि वह विश्व कप से पहले अच्छी लय में हैं।

अय्यर के लकी साबित हुए केएल राहुल!

श्रेयस अय्यर की इस अमेजिंग वापसी के लिए जितना श्रेय उनकी मेहनत को जाता है उतना ही श्रेय केएल राहुल की कप्तानी को जाता है, क्योंकि केएल राहुल ऐसे खिलाड़ी हैं जो इससे पहले कई बार अपनी कप्तानी में भारतीय खिलाड़ियों की दमदार वापसी के गवाह बन चुके हैं। जी हां, राहुल ने अभी तक भारत के लिए 13 इंटरनेशनल मुकाबलों में कप्तानी की है और इन सभी मैचों में कोई न कोई खिलाड़ी ऐसा रहा है जिसने कमबैक करते हुए अच्छा प्रदर्शन किया है। साथ ही राहुल की कप्तानी में भारतीय टीम ने भी माइलस्टोन अपने नाम किए हैं।

विराट कोहली

टीम इंडिया की रन मशीन विराट कोहली के 3 साल उनके करियर के सबसे बुरे तीन साल थे। 2019 से लेकर सितंबर 2022 तक विराट कोहली का बुरा दौर चला था, लेकिन 8 सितंबर 2022 को कोहली ने टी20 एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ शतक जड़कर इंटरनेशनल क्रिकेट में बेहतरीन कमबैक किया था। इस मैच में केएल राहुल टीम के कप्तान थे। भारत ने यह 101 रन से जीत लिया था। इस मैच में शतक के बाद तो कोहली ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और देखते ही देखते उन्होंने वनडे और टेस्ट में भी शतक के सूखे को खत्म कर दिया।

चेतेश्वर पुजारा

भारतीय टेस्ट टीम के खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा के लिए भी केएल राहुल की कप्तानी वरदान साबित हो चुकी है। पुजारा ने 16 दिसंबर 2022 को बांग्लादेश दौरे पर दो टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में शतक के सूखे को खत्म किया था। पुजारा ने इस मैच में 3 साल बाद (1443 दिन बाद) शतक लगाया था। इससे पहले पुजारा के बल्ले से जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक आया था। यह उनके टेस्ट करियर का 18वां शतक था। इसके 3 साल बाद पुजारा के बल्ले से 19वां टेस्ट शतक आया था। पुजारा ने इस टेस्ट की दूसरी पारी में 102 रन बनाए थे। पुजारा पहली पारी में 90 रन बनाकर आउट हुए थे।

शुभमन गिल

टीम इंडिया के युवा खिलाड़ी शुभमन गिल भी केएल राहुल की ही कप्तानी में चमके हैं। दरअसल, गिल ने अपनी टेस्ट और वनडे की पहली सेंचुरी केएल राहुल की ही कप्तानी में लगाई थी। शुभमन गिल ने अगस्त 2022 में जिम्बाब्वे दौरे पर तीसरी वनडे में अपना पहला शतक लगाया था। गिल को इस मैच में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी का मौका मिला था और उन्होंने 130 रन की पारी खेली थी। इस मैच में केएल राहुल ही कप्तान थे। इसके बाद गिल का पहला टेस्ट शतक डेब्यू के 11 टेस्ट के बाद आया था। यह शतक भी राहुल की कप्तानी में ही लगा था। गिल ने बांग्लादेश दौरे पर पहले टेस्ट की दूसरी पारी में 152 गेंद में 110 रन बनाए थे।

इशान किशन

टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन के लिए भी केएल राहुल की कप्तानी लकी साबित हुई है। इशान ने जब बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में दोहरा शतक लगाया था तो उस मैच में भी केएल राहुल ही टीम की कप्तानी कर रहे थे। इशान ने इस मैच में 126 बॉल के अंदर अपना दोहरा शतक पूरा किया था। इशान किशन के नाम वनडे क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया था। उन्होंने अपनी इस पारी में 24 चौके और 10 छक्के लगाए थे।

शार्दुल ठाकुर

टीम इंडिया के ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने केएल राहुल की ही कप्तानी में टेस्ट करियर का बेस्ट बॉलिंग फिगर हासिल किया था। शार्दुल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जनवरी 2022 में जोहान्सबर्ग टेस्ट में 7 विकेट चटकाए थे। शार्दुल ने दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी में 7 विकेट लिए थे, जबकि दूसरी पारी में उन्होंने एक विकेट चटकाया था। पहली पारी में शार्दुल ने 61 रन देकर 7 विकेट लिए थे। यह उनके टेस्ट करियर का बेस्ट बॉलिंग फिगर बना था।

मोहम्मद शमी

टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद के लिए भी केएल राहुल की कप्तानी लकी साबित हुई है। शमी ने हाल ही में मोहाली में खेले गए पहले वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाप 5 विकेट चटकाए थे। शमी घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने थे। साथ ही यह उनके वनडे करियर का दूसरा 5 विकेट हॉल था। केएल राहुल इस मैच में कप्तानी कर रहे थे। रोहित शर्मा को ब्रेक दिया गया है।

टीम इंडिया के लिए भी लकी रही है राहुल की कप्तानी

केएल राहुल कप्तानी करते हुए टीम इंडिया के लिए भी लकी साबित हुए हैं। हाल ही में हमने इसका उदाहरण भी देखा है। दरअसल, मोहाली में टीम इंडिया 1996 के बाद से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोई वनडे मैच नहीं जीती थी, लेकिन केएल की कप्तानी में भारत ने 27 साल बाद जीत दर्ज की। मोहाली वनडे में भारत ने 5 विकेट से जीत दर्ज की थी। इसके बाद इंदौर में भी केएल राहुल की कप्तानी भारत को रास आई और भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर बना दिया। भारत ने इंदौर वनडे में ऑस्ट्रेलिया को 400 रन का लक्ष्य दिया था।