IND vs AUS: सिडनी टेस्ट मैच से ठीक पहले ऐसी खबर आई थी कि भारतीय ड्रेसिंग रूम में सबकुछ ठीक नहीं है। इसकी शायद एक झलक देखने को इस रूप में भी मिली की टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा ने खुद को इस मैच के लिए प्लेइंग इलेवन से बाहर कर लिया। हालांकि इसके बारे में जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत दोनों ने कहा कि ये हिटमैन का खुद का फैसला था और उन्होंने टीम हित को देखते हुए ऐसा किया।

इन सारी बातों के बीच सिडनी टेस्ट मैच में रोहित शर्मा की जगह जसप्रीत बुमराह टीम की कप्तानी कर रहे हैं और बुमराह के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती ये है कि वो टीम को जीत दिलाएं और सीरीज को 2-2 से बराबरी पर खत्म करवाएं। इस मैच में बुमराह ने टॉस जीता था और पहले बैटिंग का फैसला किया। हालांकि पहली पारी में भारत ने उम्मीद के मुताबिक बैटिंग नहीं की और पूरी टीम 185 रन पर आउट हो गई, लेकिन इसके बाद भी टीम इंडिया मैच को जीतने की कोशिश कर सकती है।

सिडनी में जब पहले दिन का खेल समाप्त हुआ तब ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 9 रन बना लिए थे और इस टीम का एक विकेट गिर गया था। यानी पहले दिन पहली पारी के आधार पर कंगारू टीम 176 रन पीछे है। कंगारू टीम को पहले 176 रन बनाने हैं और फिर ये टीम भारत पर रन की बढ़त बनाना शुरू करेगी। यानी मेजबान टीम के लिए भी अभी सबकुछ आसान नहीं है। खेल के पहले दिन हमने देखा कि तेज गेंदबाजों को मदद मिल रही थी और भारत के 10 में से 9 विकेट तेज बॉलर्स ने लिए जबकि एक विकेट स्पिनर नाथन लियोन ने लिया।

150 के अंदर ऑस्ट्रेलिया को करना होगा आउट

अब खेल के दूसरे दिन भारती तेज गेंदबाजों को कोशिश करनी होगी कि वो कंगारू टीम को 150 रन के अंदर आउट कर दें। ऐसा संभव भी है क्योंकि पहले सत्र में तेज गेंदबाजों को पूरी मदद मिलेगी और भारत के पास नई गेंद होगी। बुमराह, सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा के हाथ में विकेट निकालने की पूरी जिम्मेदारी होगी तो वहीं टीम के पास जडेजा और सुंदर भी हैं जो बीच में विकेट निकाल सकते हैं। अगर भारत पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को इस स्कोर के अंदर आउट कर देता है तो फिर दूसरी पारी में उसके पास मौका होगा।

दूसरी पारी में भारत के बनाने होंगे कम से कम 300 रन

दूसरी पारी में फिर बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेनी होगी और कम से कम 300 के स्कोर तक पहुंचना होगा। वैसे भी इस मैच में चौथे या पांचवें दिन स्पिनर को मदद मिलने की उम्मीद है। भारत ने अगर कंगारू टीम को 300 से ज्यादा का टारगेट दे किया तो फिर बाकी का काम रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर कर सकते हैं जो बेहतरीन स्पिनर भी हैं। वहीं उनकी मदद के लिए अन्य तेज गेंदबाज होंगे। यानी इस मैच में भारतीय टीम अगर अब भी सही रणनीति साथ ही सही जज्बे के साथ आगे बढ़े तो वो इस मैच को जीत सकती है और सीरीज ड्रॉ करा सकती है।

इस बीच आपको बता दें कि हैदराबाद के इस बल्लेबाज ने पंजाब के लिए खेलते हुए विजय हजारे ट्रॉफी के इस सीजन में अपना हैट्रिक शतक पूरा किया।