विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास के बाद टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम का पहला असाइनमेंट जून में इंग्लैंड दौरा होगा। इस दौरे के लिए शनिवार (24 मई) को भारतीय टीम का ऐलान हो गया। शुभमन गिल को कप्तान बनाया गया। ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया गया। इस टीम के ऐलान के साथ यह साफ हो गया कि सफेद जर्सी पहनने के लिए घरेलू क्रिकेट पर फोकस करना होगा।

कम से कम टेस्ट क्रिकेट में इंडियन प्रीमियर लीग में प्रदर्शन के आधार पर तो भारतीय टीम का चयन नहीं होगा। टेस्ट क्रिकेट के लिए लाल गेंदों वाले क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन मायने रखेगा। ‘अखाड़े’ में पसीना बहाना जरूरी है। अखाड़े से मतलब है चकाचौंध से दूर दुर्गम परिस्थितियों में डटकर मुकाबला करना होगा। दर्शक वगैरह की चिंता किए बगैर 4 दिन तक खुद को झोंकना होगा। इसका सबसे बड़ा उदाहरण करुण नायर और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ियों की वापसी है। ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया जाना भी बड़ा संकेत है। आईपीएल के तवज्जो दी जाती तो अभिमन्यु ईश्वरन का चयन शायद ही होता। नितीश कुमार रेड्डी भी शायद ही खेलते।

करुण और शार्दुल को घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन का फायदा मिला

घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद करुण नायर को 8 साल बाद भारतीय टीम में मौका मिला। शार्दुल ठाकुर की लगभग डेढ़ साल बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी हुई। शार्दुल ठाकुर को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं चुना गया। इसके बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में मुंबई के दमदार प्रदर्शन किया। गेंद के साथ-साथ उन्होंने बल्ले से भी योगदान दिया।

करुण-शार्दुल के आंकड़े

करुण नायर ने रणजी ट्रॉफी में 9 मैच की 16 पारियों में 53.93 के औसत से 863 रन बनाए। इसमें 4 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं। शार्दुल ने 9 मैच की 12 पारियों में 42.08 के औसत से 505 रन बनाए। इसमें 1 शतक और 4 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 18 पारियों में 35 विकेट लिए। इस प्रदर्शन के बदौलत ऑलराउंडर ने आईपीएल में जगह बनाई। फिर भारतीय टीम में भी मौका मिला।

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ऋषभ पंत उपकप्तान नहीं बनते

टेस्ट क्रिकेट में आईपीएल के आधार पर चयन होता तो शायद ही ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया जाता। विदेश में पिछले कुछ समय में पंत जैसा बल्लेबाज शायद ही कोई और रहा हो। उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि, ऋषभ का पिछला ऑस्ट्रेलिया दौरा अच्छा नहीं रहा था।

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अच्छे प्रदर्शन का फायदा नितीश रेड्डी को मिला

नितीश रेड्डी का भी चयन लोअर ऑर्डर बैटर के तौर पर ऑस्ट्रेलिया में अच्छे प्रदर्शन के कारण हुआ। उन्होंने दौरे पर शतक जड़ा था। कई बार भारतीय टीम को मुसीबत से निकाला। इसके कारण उन्हें इंग्लैंड दौरे पर मौका मिला। आईपीएल 2025 में उनका प्रदर्शन काफी खराब रहा है। बीते कुछ मैच में उन्होंने गेंदबाजी की है।

अभिमन्यु ईश्वरन को भारतीय टीम मैनेजमेंट को करना होगा मजबूर

अभिमन्यु ईश्वरन एक और उदाहरण हैं, जिनका चयन घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बनाने के कारण हुआ है। उनको बतौर ओपनर भारतीय टीम में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी चुना गया था, लेकिन वह डेब्यू नहीं कर पाए थे। वह लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू का इंतजार कर रहे हैं। ईश्वरन को इंग्लैंड दौरे पर ए टीम का कप्तान बनाया गया है। इस दौरान उन्हें भारतीय टीम मैनेजमेंट को डेब्यू करने का मौका देने के लिए मजबूर करना होगा। दोनों मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।

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