इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण की नीलामी मंगलवार को शुरू होगी जहां कई दिग्गज खिलाड़ियों की बोली लगेगी। इस नीलामी में इस बार इसी सत्र से घेरलू क्रिकेट में शामिल किए गए नौ नए राज्यों के खिलाड़ी भी नीलामी का हिस्सा होंगे। इनमें अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, उत्तराखंड और पुडुचेरी शामिल हैं। इसी साल बीसीसीआई ने इन नौ राज्यों को घरेलू क्रिकेट खेलने की अनुमति दी थी।
इससे पहले, नीलामी के लिए इस बार 1003 खिलाड़ियों ने अपना नामांकन कराया था लेकिन लीग की आठ टीमों ने छंटनी करके अब 346 खिलाड़ियों की सूची आईपीएल की कार्यकारी परिषद को सौंप दी है। इन 346 खिलाड़ियों में नौ ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनका बेस प्राइस दो करोड़ रुपये हैं। इनमें ब्रैंडन मैक्लम, क्रिस वोक्स, लसिथ मलिंगा, शॉन मार्श, कोलिन इंग्राम, कोरी एंडरसन, एंजेलो मैथ्यूज और डी आर्की शॉर्ट शमिल हैं।
भारत के जयदेव उनादकट को पिछली बार 11.5 करोड़ रुपये में राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा था। इस बार हालांकि उन्हें फ्रेंचाइजी ने रिटेन नहीं किया है।
वहीं, 1.5 करोड़ रुपये के बेस प्राइस वाले खिलाड़ियों की सूची में 10 खिलाड़ी शामिल हैं, जिसमें एक भारतीय और नौ विदेशी खिलाड़ी हैं। इनमें डेल स्टेन और मोर्ने मोर्कल जैसे खिलाड़ी हैं।
एक करोड़ के बेस प्राइस वाले खिलाड़ियों में चार भारतीय सहित कुल 19 खिलाड़ी नीलामी में उतर रहे हैं। युवराज सिंह, अक्षर पटेल और मोहम्मद शमी का बेस प्राइस इस बार एक करोड़ रुपये हैं। युवराज और अक्षर को पंजाब ने इस साल रिटेन नहीं किया है। वहीं दिल्ली ने शमी से नाता तोड़ा लिया है।
75 लाख रुपये की बेस प्राइस सूची में इस बार दो भारतीय सहित कुल 18 खिलाड़ियों की बोली लगने जा रही है। इनमें भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा भी शामिल हैं।
इसके अलावा 50 लाख रुपये के बेस प्राइस वालों में कुल 62 खिलाड़ी नीलामी में उतरने जा रहे हैं। इनमें 18 भारतीय और 44 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं।
आईपीएल के 12वें सीजन के लिए सात ऐसे खिलाड़ी हैं जो पहली बार नीलामी में उतरने जा रहे हैं और इनका बेस प्राइस 40 लाख रुपये हैं। ये सातों खिलाड़ी विदेशी हैं। 30 लाख रुपये के बेस प्राइस वालों में कुल आठ खिलाड़ियों की बोली लगने जा रही है। इन आठ में से पांच भारतीय और तीन विदेश हैं। ये आठों खिलाड़ी पहली बार नीलामी का हिस्सा बनने जा रहे हैं।
वहीं, 20 लाख रुपये के बेस ब्राइस वालों की सूची में कुल 213 खिलाड़ी हैं जो पहली बार लीग के लिए नीलामी में बिकने जा रहे हैं। इन 213 खिलाड़ियों में 196 भारतीय और 17 विदेशी हैं। सनराइजर्स हैदराबाद ने आस्ट्रेलिया के डेविड वार्नर को इस सीजन के लिए रिटेन करने का फैसला किया है जबकि टेस्ट विकेटकीपर रिद्धिमान साहा को रिलीज कर दिया है। साहा के अलावा फ्रेंचाइजी ने इंग्लैंड के एलेक्स हेल्स, क्रिस जोर्डन और वेस्टइंडीज के कार्लोस ब्राथवेट को भी बाहर का रास्ता दिखाया है।
वहीं आगामी सीजन में नए नाम से उतरने वाली दिल्ली ने युवा खिलाड़ियों पर ज्यादा भरोसा जताया है और इसलिए श्रेयस अय्यर, पृथ्वी शॉ तथा ऋषभ पंत को रिटेन किया है। बीते सीजन दिल्ली में लौटने वाले गौतम गंभीर को टीम ने रिटेन नहीं किया था। गंभीर ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। वहीं दिल्ली ने मोहम्मद शमी को भी रिटेन नहीं किया।और शमी के अलावा दिल्ली ने आस्ट्रेलिया के ग्लैन मैक्सवेल, डेन क्रिस्टियन को भी रिलीज कर दिया है।
मैक्सवेल के साथ एरॉन फिंच ने इस साल नीलामी में हिस्सा न लेने का फैसला किया है। दिल्ली ने मनजोत कालरा, कोलिन मुनरो, क्रिस मौरिस, जयंत यादव, राहुल तेवतिया, हर्षल पटेल, अमित मिश्रा, कागिसो रबादा, ट्रैंट बाउल्ट, संदीप लामिछाने और अवेश खान को रिटेन किया है।
वहीं किंग्स इलेवन पंजाब ने कप्तान रविचंद्रन अश्विन, क्रिस गेल, लोकेश राहुल, एंड्रयू टाई, मुजीब उर रहमान को रिटेन करने का फैसला किया है और स्थानीय खिलाड़ी मनदीप सिंह के स्थान पर मार्कस स्टोइनिस को अपने साथ जोड़ा है। रिलीज किए गए खिलाड़ियों में मोहित शर्मा, मनोज तिवारी, बरिंदर सरन, अक्षदीप नाथ, प्रदीप साहू, मयंक डागर और मंजूर के नाम शामिल हैं।
वहीं राजस्थान रॉयल्स ने आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ को रिटेन किया है। राजस्थान ने कुल 16 खिलाड़ियों को रिटेन किया। इन खिलाड़ियों में जोस बटलर, संजू सैमसन, कृष्णाप्पा गौतम, जोफ्रा आर्चर और श्रेयस गोपाल के नाम भी शामिल हैं। फ्रेंचाइजी ने पिछले सीजन में कप्तानी करने वाले अजिंक्य रहाणे को भी रिटेन किया है। तीन बार की विजेता मुंबई इंडियंस ने कुल 18 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। वहीं मौजूदा विजेता चेन्नई सुपर किंग्स ने बीते सीजन के कुल 22 खिलाड़ियों को रिटेन किया है।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण की नीलामी मंगलवार को शुरू होगी जहां कई दिग्गज खिलाड़ियों की बोली लगेगी। इस नीलामी में इस 1.5 करोड़ रुपये के बेस प्राइस वाले खिलाड़ियों की सूची में 10 खिलाड़ी शामिल हैं, जिसमें एक भारतीय और नौ विदेशी खिलाड़ी हैं। इनमें डेल स्टेन और मोर्ने मोर्कल जैसे खिलाड़ी हैं। एक करोड़ के बेस प्राइस वाले खिलाड़ियों में चार भारतीय सहित कुल 19 खिलाड़ी नीलामी में उतर रहे हैं। युवराज सिंह, अक्षर पटेल और मोहम्मद शमी का बेस प्राइस इस बार एक करोड़ रुपये हैं। युवराज और अक्षर को पंजाब ने इस साल रिटेन नहीं किया है। वहीं दिल्ली ने शमी से नाता तोड़ा लिया है।
75 लाख रुपये की बेस प्राइस सूची में इस बार दो भारतीय सहित कुल 18 खिलाड़ियों की बोली लगने जा रही है। इनमें भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा भी शामिल हैं। इसके अलावा 50 लाख रुपये के बेस प्राइस वालों में कुल 62 खिलाड़ी नीलामी में उतरने जा रहे हैं। इनमें 18 भारतीय और 44 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण की नीलामी मंगलवार को शुरू होगी जहां कई दिग्गज खिलाड़ियों की बोली लगेगी। इस नीलामी में इस बार इसी सत्र से घेरलू क्रिकेट में शामिल किए गए नौ नए राज्यों के खिलाड़ी भी नीलामी का हिस्सा होंगे। इनमें अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, उत्तराखंड और पुडुचेरी शामिल हैं। इसी साल बीसीसीआई ने इन नौ राज्यों को घरेलू क्रिकेट खेलने की अनुमति दी थी। इससे पहले, नीलामी के लिए इस बार 1003 खिलाड़ियों ने अपना नामांकन कराया था लेकिन लीग की आठ टीमों ने छंटनी करके अब 346 खिलाड़ियों की सूची आईपीएल की कार्यकारी परिषद को सौंप दी है।
इन 346 खिलाड़ियों में नौ ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनका बेस प्राइस दो करोड़ रुपये हैं। इनमें ब्रैंडन मैक्लम, क्रिस वोक्स, लसिथ मलिंगा, शॉन मार्श, कोलिन इंग्राम, कोरी एंडरसन, एंजेलो मैथ्यूज और डी आर्की शॉर्ट शमिल हैं। भारत के जयदेव उनादकट को पिछली बार 11.5 करोड़ रुपये में राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा था। इस बार हालांकि उन्हें फ्रेंचाइजी ने रिटेन नहीं किया है।
नीदरलैंड्स को हराकर पुरुष हॉकी विश्व कप का खिताब जीतने वाली बेल्जियम ने कहा है कि उसकी जीत तय थी। बेल्जियम ने रविवार को नीदरलैंडस को पेनाल्टी शूटआउट में मात देकर पहली बार विश्व विजेता का तमगा हासिल किया। बेल्जियम के कप्तान थॉमस ब्रीएल्स ने जीत के बाद कहा, "कोच ने हमसे कहा था कि हमारी जीत सितारों में लिखी है और शूटआउट पहले भी उन्होंने कहा कि हमारी जीत पक्की है। इसलिए हमें काफी आत्मविश्वास था।"
उन्होंने कहा, "हमने इस स्वर्ण पदक के लिए काफी मेहनत की है। फाइनल में कई बार हमे जीते हैं तो कई बार हारे हैं। हम बेहद खुश हैं और विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि हम विश्व विजेता टीम हैं।" बेल्जियम के कोच शेन मैक्लोड ने कहा, "हमें नीदरलैंडस को श्रेय देना चाहिए। उन्होंने काफी डिफेंसिव खेल खेला। निश्चित ही हमने जीत हासिल की, लेकिन मैच काफी करीबी था। कोच ने खिलाड़ियों पर एक-दूसरे पर विश्वास करने की तारीफ की। नीदरलैंड्स के कोच मैक्स काल्डास ने कहा कि इस हार के बाद समय आगे बढ़ने और भविष्य के मैचों में ध्यान देने का है।
भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) ने रविवार को चीन के ग्ंवागझू में सत्रांत विश्व टूर फाइनल्स में खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी पी वी ंिसधू को 10 लाख रूपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। ओलंपिक रजत पदकधारी सिंधू ने विश्व टूर फाइनल्स के खिताबी मुकाबले में जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-19 21-17 से हराकर साल का अंत शानदार तरीके से किया।
बाई ने समीर वर्मा के लिये भी तीन लाख रूपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की जो विश्व टूर फाइनल्स में पहली बार खेलते हुए सेमीफाइनल तक पहुंचे।
महासचिव अजय के सिंघानिया ने दोनों खिलाड़ियों के प्रयासों को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘सिंधू का दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी ताई जु यिंग, अकाने यामागुची, रतचानोक इंतानोन और नोजोमी ओकुहारा को हराना प्रशंसनीय है। समीर पहली बार टूर्नामेंट में खेले और सेमीफाइनल तक पहुंचे।
भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने यहां विश्व टूर फाइनल्स में ऐतिहासिक खिताबी जीत के बाद उम्मीद जताई कि अब कोई बड़ा खिताब जीतने की उनकी क्षमताओं पर सवाल नहीं उठाएगा। लगातार सात फाइनल में हार के बाद ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधू ने अंतत: जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-19 21-17 से हराकर प्रतिष्ठित सत्रांत टूर्नामेंट का खिताब जीता। सिंधू ने कहा, ‘‘मैं काफी खुश हूं। मेरे पास इसे बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं क्योंकि फाइनल में खेलने और हारने के बाद इस साल यह मेरी पहली जीत है, इसलिए यह यादगार है।
सत्र का अंत खूबसूरत रहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हर बार लोग मेरे से समान सवाल पूछते थे। उम्मीद करती हूं कि यह सवाल दोबारा मेरे से नहीं पूछा जाएगा कि आखिर क्यों मैं बार बार फाइनल में हार जाती हूं। मुझे लगता है कि मैं अब कह सकती हूं कि मैंने स्वर्ण पदक जीता है और मुझे इस पर बेहद गर्व है।’’ सिंधू के मेंटर और भारत के मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने भी फाइनल की बाधा पार करने की अहमियत पर जोर दिया।
भारत की स्टार खिलाड़ी पीवी सिंधू ने रविवार को यहां राहत की सांस ली जब वह 2017 की विश्व चैंपियन नोजोमी ओकुहारा को हराकर विश्व टूर फाइनल्स के खिताबी मुकाबले में जीत के साथ लंबे समय बाद किसी बड़ी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं। सिंधू ने सीधे गेम में जीत दर्ज की और विश्व टूर फाइनल्स का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं। लगातार तीसरी बार सत्रांत फाइनल्स में खेल रही सिंधू को पिछले साल जापान की ही अकाने यामागुची के खिलाफ शिकस्त के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा था लेकिन इस बार वह एक घंटे और दो मिनट चले मुकाबले में ओकुहारा को 21-19 21-17 से हराकर खिताब जीतने में सफल रहीं।
साइना नेहवाल 2011 में विश्व सुपर सीरीज फाइनल्स के फाइनल में पहुंची थी जबकि 2009 में ज्वाला गुट्टा और वी दीजू की जोड़ी मिश्रित युगल में उप विजेता रही थी। सिंधू ने अहम मौकों पर धैर्य बरकरार रखा और अधिकांश समय जापान की खिलाड़ी पर बढ़त बनाए रखी। पहले गेम में ओकुहारा ने कुछ गलतियां की जिससे सिंधू ने बढ़त बनाई। सिंधू ने कुछ अच्छे ड्राप शाट लगाए और नेट पर अच्छे अंक जुटाकर 7-3 की बढ़त बनाई लेकिन ओकुहारा ने स्कोर 5-7 कर दिया।
बेल्जियम की पुरुष हॉकी टीम ने यहां कलिंगा स्टेडियम में पेनाल्टी शूटआउट तक गए एक बेहद रोमांचक फाइनल मुकाबले में नीदरलैंड्स को 3-2 (0-0) से हराकर पहली बार विश्व कप का खिताब अपने नाम किया। विश्व कप के इतिहास में पहली बार कोई फाइनल मुकाबला निर्धारित समय में बिना किसी गोल के समाप्त हुआ और पेनाल्टी शूटआउट में गया, जहां 2016 रियो ओलम्पिक में फाइनल तक का सफर तय करने वाली बेल्जियम ने बाजी मारी।
इस हार के साथ ही तीन बार विश्व कप जीतने वाली नीदरलैंड्स का चौथी बार खिताब जीतने का सपना टूट गया। उसने आखिरी बार 1998 में खिताब अपने नाम किया था। पाकिस्तान ने सबसे ज्यादा चार बार विश्व कप का खिताब अपने नाम किया है। दोनों टीमों ने पहले क्वार्टर में सधी हुई शुरुआत की। नीदरलैंड्स एवं बेल्जियम के खिलाड़ियों ने बेहतरीन पासिंग गेम खेला और डिफेंस में भी कोई खास गलती नहीं की।
नीदरलैंड्स का दूसरे क्वार्टर में पलड़ा थोड़ा भारी रहा और उसने दोनों विंग से विपक्षी टीम के डिफेंस पर दबाव बनाया। इसका परिणाम नीदरलैंड्स को पहला समाप्त होने से कुछ मिनट पहले पेनाल्टी कॉर्नर के रूप में मिला। हालांकि, वह बढ़त बनाने में कामयाब नहीं हो पाई।
आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की ओर से मिले 287 रनों के लक्ष्य को हासिल करने उतरी भारतीय क्रिकेट टीम ने वाका स्टेडियम में जारी दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को चायकाल तक अपने दो विकेट गंवा दिए हैं। भारत ने अपनी दूसरी पारी में दूसरे सत्र के समापन तक 15 रन बनाए हैं। मुरली विजय (6) और कप्तान विराट कोहली नाबाद हैं। कोहली ने अभी खाता नहीं खोला है। आस्ट्रेलिया ने सोमवार को अपनी दूसरी पारी में 243 रन बनाकर भारत के सामने जीत के लिए 287 रनों का लक्ष्य रखा है।
अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी भारतीय टीम को पहले ओवर की चौथी गेंद पर ही सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के रूप में अपना पहला विकेट गंवाना पड़ा। मिशेल स्टॉर्क ने राहुल को खाता खोलने का मौका दिए बगैर बोल्ड कर पवेलियन की राह दिखाई। इसके बाद, विजय ने चेतेश्वर पुजारा (4) के साथ 13 रन ही जोड़े थे कि मेहमान टीम को एक और झटका मिला। जोश हेजलवुड ने पुजारा को टिम पेन के हाथों कैच आउट कर भारतीय टीम का दूसरा विकेट भी गिरा दिया।
मोहम्मद शमी (6/56) के करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के दम पर भारत ने यहां वाका मैदान पर खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 243 रनों पर समाप्त कर उसे बड़ी बढ़त लेने से रोक दिया। मेजबान आस्ट्रेलिया की टीम एक समय भोजनकाल तक चार विकेट पर 190 रन बनाकर मजबूत स्थिति में थी और उसके पास 233 रनों की बढ़त थी।
लेकिन दूसरे सत्र में शमी की घातक गेंदबाजी के सामने टीम 53 रन ही जोड़ पाई और 243 रन पर आलआउट हो गई और उसने भारत के सामने जीत के लिए 287 रनों का लक्ष्य रख दिया।
आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 326 रन बनाए थे जबकि भारत अपनी पहली पारी में 283 रन ऑलआउट हो गया था। इस तरह आस्ट्रेलिया के पास पहली पारी के आधार पर 43 रन की बढ़त थी।
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पर्थ के मैदान पर खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मुकाबले में मेजबान टीम ने टीम इंडिया को 287 रनों का लक्ष्य दिया है। इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 326 रन बनाए थे, जिसके जवाब में भारतीय टीम अपनी पहली पारी में जब बल्लेबाजी करने उतरी तो कोहली के 123 रनों की पारी के बावजूद 283 रन ही बना सकी।
वहीं दूसरी पारी में भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों पर फिर भारी पड़े और 243 रन बनाए जिसके चलते पहली पारी में मिली 43 रनों की बढ़त के बदौलत भारत को अब 287 रनों का लक्ष्य मिला है। बता दें कि इस सीरीज के पहले मुकाबले में भारत ने जीत दर्ज की थी जिसके चलते वो सीरीज में 1-0 से आगे है। हालांकि पर्थ की उछाल और तेजी वाली पिच पर भारतीय बल्लेबाजों के लिए 287 रनों का लक्ष्य आसान नहीं होगा।