भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने शुक्रवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ शतकीय पारी खेली। यह उनके टेस्ट करियर का 76वां शतक था। लगभग पांच साल के इंतजार के बाद कोहली ने विदेशी जमीन पर शतक जड़ा। लगभग 55 महीने का इंतजार शुक्रवार को खत्म हुआ। कोहली ने इस शतक के बाद अपने आलोचकों को दो टूक अंदाज में जवाब दिया।
कोहली ने याद दिलाए अपने रिकॉर्ड
मैच के बाद जब कोहली से उनके इस शतक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘जो लोग कहना चाहते हैं कह सकते हैं। विदेश में मेरे नाम 15 शतक हैं जो कि खराब रिकॉर्ड नहीं है। मैंने घर से ज्यादा विदेश में शतक लगाए हैं। मैं बस अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं। मैंने विदेश में कुछ अर्धशतक भी लगाए हैं। मैं ज्यादा से ज्यादा पारियां खेलना चाहता हूं।
कोहली को नहीं मलाल
कोहली 121 रन बनाकर रन आउट हुए। स्टार बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें दोहरे शतक से चूकने का गम नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अगर मैं अर्धशतक लगाता हूं तो लगता है शतक से चूक गया, अगर मैं 120 बनाता हूं तो लगता है दोहरे शतक से चूक गया। यह सब आंकड़े मायने नहीं रखते। 15 साल बाद इसके मायने कुछ नहीं होंगे, लेकिन मैंने क्या असर छोड़ा है यह मायने रखता है। मैं बहुत खुश हूं कि 500 मैच खेल सका। मैंने कभी ऐसा नहीं सोचा था। काफी मेहनत लगी है इसके पीछे। आपको इस खेल को यह देना पड़ता है तभी परिणाम मिलता है।’
फिटनेस को दिया श्रेय
कोहली ने अपने 500 टेस्ट मैच खेलने का श्रेय अपनी फिटनेस को दिया। उन्होंने कहा, ‘मेरी फिटनेस मुझे अलग-अलग फॉर्मेट में खेलने में मदद करती है। मुझे लगता है कि मैं 300 गेंद खेल सकता हूं और एक अच्छे स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी कर सकता हूं। मैं इस खेल के लिए काफी इमानदार हूं।’