भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं। यह जानकारी वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम के चयन से ठीक पहले आई है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को लिखकर जानकारी दी है कि वह अपनी पीठ में अकड़न और थकान की समस्या के कारण कुछ समय के लिए लाल गेंद के क्रिकेट से ब्रेक चाहते हैं।
ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ मौजूदा सीरीज के लिए इंडिया ए टीम के कप्तान बनाए गए अय्यर ने मंगलवार (23 सितंबर) को लखनऊ में शुरू हुए दूसरे अनाधिकारिक टेस्ट से अपना नाम वापस ले लिया। द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार चयनकर्ताओं और चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर से सलाह-मशविरा करने के बाद अय्यर ने एक ईमेल के जरिए अपनी अपील औपचारिक रूप से दर्ज कराने का फैसला किया।
श्रेयस ने क्या बताया
इंडियन एक्सप्रेस को पता चला है कि अय्यर ने चयनकर्ताओं को सूचित किया है कि उनकी पीठ में अकड़न है और उनका शरीर अब लाल गेंद वाले क्रिकेट का बोझ नहीं झेल सकता। पता चला है कि अय्यर चार दिन से ज्यादा मैदान पर नहीं रह सकते और इसी वजह से वह तब तक ब्रेक लेने के बारे में सोच रहे हैं जब तक उनका शरीर उन्हें लंबे प्रारूप में खेलने की अनुमति नहीं दे देता।
आने वाले महीनों में लाल गेंद वाला क्रिकेट नहीं खेलेंगे अय्यर
अय्यर ने बोर्ड को बताया कि उन्होंने पिछले साल रणजी ट्रॉफी मैच खेला था, जहां उन्होंने ओवरों के बीच ब्रेक लिया था। हालांकि, वह इंडिया ए के लिए या टेस्ट क्रिकेट खेलते समय ऐसा नहीं कर सकते। एक सूत्र ने बताया, उन्होंने हमें सूचित किया है कि वह (अय्यर) लाल गेंद वाले क्रिकेट से ब्रेक लेंगे। यह अच्छी बात है कि उन्होंने यह साफ कर दिया है क्योंकि चयनकर्ता अब उनके भविष्य को लेकर स्पष्ट हैं। वह आने वाले महीनों में लाल गेंद वाला क्रिकेट नहीं खेलेंगे। उन्होंने बोर्ड को सूचित किया है कि वह भविष्य में फिजियो और ट्रेनर के साथ परामर्श करके अपने शरीर का आकलन करेंगे और फिर इस पर कोई फैसला लेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज के लिए इंग्लैंड की टीम का ऐलान
वेस्टइंडीज के खिलाफ चुने जा सकते थे
अय्यर अगले महीने वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर खेले जाने वाले दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम की योजनाओं में थे। अभ्यास के लिए चयनकर्ताओं ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दो-चार मैचों के लिए इंडिया ए का कप्तान बनाया था। इस आईपीएल सीजन में पंजाब किंग्स के लिए अच्छा प्रदर्शन करने वाले अय्यर को मौजूदा एशिया कप के लिए नजरअंदाज कर दिया गया। पंजाब किंग्स के कप्तान ने अपने आक्रामक बल्ले से सभी को प्रभावित किया और ऐसे में काफी लोगों को लगा कि उन्हें एशिया कप वाली टीम में होना चाहिए था।
अय्यर पीठ की समस्या से पहली बार नहीं जूझ रहे हैं
यह पहली बार नहीं है जब अय्यर पीठ की समस्या से जूझ रहे हैं और उन्होंने खेलने से मना किया हो। पिछले साल भी पीठ की चोट के कारण वह घरेलू सरजमीं पर भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज से बाहर रहे थे। पिछले साल उनका नाम तब विवादों में घिर गया था जब अय्यर ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को सूचित किया था कि वह रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के लिए चयन के लिए उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि, नेशनल क्रिकेट एकेडमी में स्पोर्ट्स साइंस और मेडिकल के तत्कालीन प्रमुख नितिन पटेल ने चयनकर्ताओं को भेजे एक ईमेल में अय्यर के बयान से असहमति जताते हुए कहा था कि उनके पास ‘कोई नई चोट’ की रिपोर्ट नहीं है और वह ‘फिट’ हैं।
बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल नहीं खेले थे अय्यर
अय्यर ने तब भी बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल मैच से बाहर रहने का कारण पीठ दर्द बताया था। लेकिन पटेल ने अपने ईमेल में लिखा था, “इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के बाद भारतीय टीम की हैंडओवर रिपोर्ट के अनुसार श्रेयस अय्यर फिट और चयन के लिए उपलब्ध थे। टीम इंडिया से उनके जाने के बाद फिलहाल कोई नई चोट की सूचना नहीं है।” यह ईमेल इंडियन एक्सप्रेस ने देखा था।