वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज गंवाने के बाद टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने टीम की कुछ गलतियों पर प्रकाश डाला है। निर्णायक मुकाबले में 8 विकेट से हार का सामना करने के बाद राहुल द्रविड़ प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए मीडिया के सामने आए। द्रविड़ ने इस दौरान माना कि टी20 सीरीज में हमसे कुछ गलतियां हुईं, जिसके कारण हमें सीरीज गंवानी पड़ी और इन गलतियों को आगे सुधारना होगा, लेकिन द्रविड़ ने यह भी कहा कि हम इस दौरे पर कुछ एक्सपेरिमेंट करना चाहते थे।
हेड कोच ने बल्लेबाजों को लिया निशाने पर
राहुल द्रविड़ ने सीरीज हारने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमने यहां टेस्ट और वनडे सीरीज जीती है और हम इससे खुश हैं, लेकिन टी20 में हमने पिछड़ने के बाद भी अच्छी वापसी की पर बदकिस्मती कि हम सीरीज नहीं जीत पाए। द्रविड़ ने आगे कहा कि हम कुछ गलतियों की वजह से यह सीरीज हारे हैं। हेड कोच ने इस दौरान बल्लेबाजी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि हमारे युवा खिलाड़ी अच्छी बल्लेबाजी कर सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
‘विश्व कप के लिए अलग होगी टीम’
राहुल द्रविड़ ने इस दौरान यह माना कि हम इस दौरे पर कुछ युवा खिलाड़ियों को आजमाना चाहते थे, हमने कुछ कॉम्बिनेशन पर भी काम किया और उसमें से कुछ पॉजिटिव भी निकलकर आया है। हालांकि द्रविड़ ने इस दौरान वर्ल्ड कप पर बात करते हुए यह साफ किया कि इन दोनों बड़े टूर्नामेंट से पहले टीम में सुधार की जरूरत थी और इतना तय है कि विश्व कप की टीम मौजूदा टीम से थोड़ी अलग होगी।
बल्लेबाजी पर खास ध्यान देना होगा- द्रविड़
द्रविड़ ने कहा कि विश्व कप के लिए हमारी टीम अलग होगी। द्रविड़ ने कहा कि हमें कुछ जगहों पर खास ध्यान देना है। हमने वेस्टइंडीज में जो कॉम्बिनेशन और एक्सपेरिमेंट किए हैं उनसे फ्लेक्सिबिलिटी नहीं मिली, इसीलिए हमें कुछ बेहतर करने के लिए कुछ खास क्षेत्रों पर ध्यान देना होगा। द्रविड़ ने इस दौरान कहा कि खासतौर पर हमें बल्लेबाजी पर ध्यान देना होगा, लेकिन हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि बल्लेबाजी पर अधिक ध्यान देते हुए हम गेंदबाजी आक्रमण को कमजोर नहीं कर सकते।
द्रविड़ ने डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों के खेल को सराहा
कोच राहुल द्रविड़ ने इस बातचीत के दौरान वेस्टइंडीज दौरे पर अपना डेब्यू करने वाले युवा खिलाड़ियों की तारीफ की। द्रविड़ ने कहा, “यशस्वी ने चौथे टी20 में अपनी क्षमता दिखाई तो वहीं तिलक वर्मा अपने इंटेंट के साथ खेले। उन्होंने दिखाया कि वह बल्लेबाजी के साथ-साथ शानदार फील्डिंग और गेंदबाजी भी कर सकते हैं। मुकेश ने भी सभी फॉर्मेट में डेब्यू किया और डेथ ओवर के स्पेशलिस्ट बने। इस सीरीज से यह बातें अच्छी निकलकर सामने आईं।”