वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद टीम इंडिया को एक महीने के ब्रेक मिला है। 12 जुलाई से कैरेबियाई दौरा होना है। इसकी शुरुआत 2 मैचों की टेस्ट सीरीज से होगी। फिर 3 मैचों की वनडे सीरीज भी खेली जाएगी। इसके अलावा 5 मैचों की टी20 सीरीज भी होनी है। टीम इंडिया दौरे पर पहुंच गई है। टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज के खिलाफ उसका रिकॉर्ड शानदार है। वह 2002 के बाद से यानी 21 साल से कैरेबियाई टीम से एक भी टेस्ट मैच नहीं हारी है। वेस्टइंडीज को सीरीज जीते हुए भी इतने ही साल हो गए हैं।
साल 2002 में वेस्टइंडीज की टीम 5 मैचों की सीरीज को 2-1 से जीती थी। यह टेस्ट सीरीज कैरेबियाई सरजमीं पर ही खेली गई थी। इसके बाद से साल 2019 तक दोनों टीमों के बीच 8 टेस्ट सीरीज खेली गई और भारत कोई मैच नहीं हारा। 23 टेस्ट मैचों में उसने 14 में जीत हासिल की है। पिछले 4 में से 3 सीरीज में उसने वेस्टइंडीज का क्लीन स्वीप किया है। 8 में से 4 टेस्ट सीरीज कैरेबियाई सरजमीं पर खेली गई है।
कैरेबियाई सरजमीं पर आखिरी बार सीरीज कब हारा था भारत
आखिरी बार भारत को वेस्टइंडीज से हार का सामना 21 साल पहले 2002 में जमैका में पांचवें टेस्ट में करना पड़ा था। तभी भारत आखिरी बार वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारा था। तब सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, सौरव गांगुली और ब्रायन लारा जैसे खिलाड़ी टॉप पर थे। इस सीरीज में तब के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज तेंदुलकर और लारा के बीच जंग पर सबकी निगाहें थींं। भारत की कप्तानी आक्रामक शैली वाले गांगुली के हाथों में थी, जबकि वेस्टइंडीज का नेतृत्व कार्ल हूपर कर रहे थे, जो काफी शांत रहते हैं।
पांचवें टेस्ट में हारा भारत
पहला टेस्ट ड्रा होने के बाद, टीम इंडिया ने पोर्ट ऑफ स्पेन में दूसरा टेस्ट जीता। वेस्टइंडीज ने बारबाडोस में तीसरे टेस्ट जीतकर सीरीज बराबर कर ली। चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा। पांचवे टेस्ट से सीरीज के विजेता का फैसला होना था। भारत ने टॉस जीता और पहले फील्डिंग का निर्णय किया। मेजबान टीम ने 422 का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में, गांगुली की टीम 212 रनों पर आउट हो गई, जिससे वेस्टइंडीज को 210 रनों की भारी बढ़त मिल गई।
टूटे जबड़े के साथ खेले अनिल कुंबले
मेहमान टीम को दूसरी पारी में सिर्फ 197 रन पर आउट करने के बावजूद टीम इंडिया को 408 रनों का लक्ष्य मिला। सचिन तेंदुलकर के शानदार 86 रनों के बावजूद टीम 252 रनों पर सिमट गई। भारत यह मैच और सीरीज हार गया। एंटीगुआ में चौथे टेस्ट में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने टूटे हुए जबड़े के साथ गेंदबाजी की थी। उन्होंने ब्रायन लारा का विकेट लिया था। तेंदुलकर और लारा के लिए सीरीज कुछ खास नहीं रही। लिटिल मास्टर ने 41.37 की औसत से 337 रन बनाए। प्रिंस ऑफ त्रिनिदाद का प्रदर्शन बहुत खराब रहा और उन्होंने 28.85 की औसत से मात्र 202 रन बनाए।