टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम दक्षिण अफ्रीका पहुंच चुकी है। टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 टेस्ट मैच की सीरीज खेलनी है। सीरीज का पहला टेस्ट 26 दिसंबर से 30 दिसंबर के बीच सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में खेला जाना है।

टेस्ट टीम की कमान विराट कोहली के पास है। कोहली इस दौरे पर जहां 60% या उससे ज्यादा के सक्सेस रेट वाले भारत के पहले टेस्ट कप्तान बन सकते हैं। वहीं, उनके पास राहुल द्रविड़ का रिकॉर्ड तोड़ने का भी मौका होगा। खास यह है कि द्रविड़ टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच हैं।

विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका में अब तक 5 टेस्ट मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने 57.94 के औसत से 558 रन बनाए हैं। वह दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीयों में चौथे नंबर पर हैं।

इस मामले में सचिन तेंदुलकर पहले, राहुल द्रविड़ दूसरे और वीवीएस लक्ष्मण तीसरे नंबर पर हैं। तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका में 15 टेस्ट मैच में 46.44 के औसत से 1161 रन बनाए हैं। द्रविड़ ने 11 टेस्ट मैच में 29.71 के औसत से 624 रन बनाए हैं। लक्ष्मण ने 10 टेस्ट मैच में 40.42 के औसत से 566 रन बनाए हैं।

ऐसे में कोहली यदि सीरीज के दौरान 67 रन और बना लेते हैं तो वह द्रविड़ और लक्ष्मण दोनों से आगे निकल जाएंगे। हालांकि, सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड टूटना असंभव लग रहा है। कोहली सचिन से 603 रन पीछे हैं।

तीन टेस्ट मैच में कोहली यदि 604 रन बनाने में सफल रहे तो वह दक्षिण अफ्रीका में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले भारतीय बन सकते हैं। विराट कोहली ने बतौर कप्तान दक्षिण अफ्रीका में अब तक 3 टेस्ट मैच खेले हैं।

इसमें उन्होंने 47.66 के औसत से 286 रन बनाए हैं। कोहली बतौर कप्तान दक्षिण अफ्रीका में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने के मामले में 13वें नंबर पर हैं। उनसे आगे इंग्लैंड के कप्तान जो रूट हैं। रूट ने 4 टेस्ट मैच में 45.28 के औसत से 317 रन बनाए हैं।

मतलब टेस्ट सीरीज में 32 रन बनाते ही कोहली रूट को भी पीछे छोड़ देंगे। विराट कोहली ने अब तक 66 टेस्ट मैच में टीम इंडिया की अगुआई की है। इसमें उन्होंने 39 मैच जीते हैं, जबकि 16 में हार झेली है, 11 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। उनका बतौर कप्तान सक्सेस रेट 59.09 फीसदी है।

यदि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीनों टेस्ट जीतते हैं और पहली बार सीरीज जीतने की उपलब्धि अपने नाम करते हैं तो उनका सक्सेस रेट 60 फीसदी से ज्यादा हो जाएगा। वह 60% सक्सेस रेट वाले (जिसकी अगुआई में टीम इंडिया ने कम से कम 10 टेस्ट मैच खेले हों) भारत के पहले टेस्ट कप्तान बन जाएंगे।