भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व गेंदबाज श्रीसंत फिर सुर्खियों में हैं। वह लीजेंड्स लीग क्रिकेट (LLC) 2023 में गुजरात जायंट्स का हिस्सा हैं। छह दिसंबर 2023 की रात गुजरात जायंट्स का इंडिया कैपिटल्स से मुकाबला हुआ। गौतम गंभीर की अगुआई वाली इंडिया कैपिटल्स ने 12 रन से मैच जीत लिया। लाइव मैच के दौरान गौतम गंभीर की श्रीसंत से भिड़ंत हो गई।

बाद में श्रीसंत ने गंभीर से हुई बहस के अलावा भारत के साउथ अफ्रीका दौरे को लेकर भी चर्चा की। श्रीसंत ने दावा किया कि टीम इंडिया भले ही साउथ अफ्रीका में अब तक सीरीज नहीं जीत पाई है, लेकिन इस बार वह इतिहास रचने में जरूर सफल होगी।

राहुल भाई का तर्जुबा भी आएगा काम: श्रीसंत

श्रीसंत ने लल्लनटॉप से बातचीत में कहा, ‘हम 100 फीसदी साउथ अफ्रीका को हरा देंगे। मैं तो यही सोचता हूं कि 2006 से हम जा रहे हैं, सीरीज नहीं जीती है, मगर इस बार हमारी टीम बहुत मजबूत है और पूरे जुनून और विश्वास के साथ खेले और राहुल भाई को भी वहां खेलने का तर्जुबा है। मुझे लगता है कि टीम इंडिया आउट ऑफ द मार्क नहीं जाएगी और पूरी प्लानिंग करके खेलेगी और 100 पर्सेंट है कि हम उधर जीतेंगे।’

वहीं, साउथ अफ्रीका के पूर्व ऑलराउंडर का कहना है कि भले ही भारतीय टीम बहुत मजबूत हो, लेकिन साउथ अफ्रीका अपने घर में ‘शेर’ है। साउथ अफ्रीका का यह पूर्व कप्तान लीजेंड्स लीग क्रिकेट में खेलने के लिए भारत में है। भारत टेस्ट खेलने वाला एकमात्र बड़ा देश है, जिसकी टीम ने 31 साल में साउथ अफ्रीका में एक भी टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है।

न्यूलैंड्स भारत के अनुकूल होगा: जैक्स कैलिस

जैक्स कैलिस ने कहा, ‘मौजूदा भारतीय टीम काफी अच्छी है, लेकिन साउथ अफ्रीका को साउथ अफ्रीका में हराना मुश्किल है। सेंचुरियन संभवत: साउथ अफ्रीका के जबकि न्यूलैंड्स भारत के अनुकूल होगा यह अच्छी श्रृंखला होगी। अंत में एक या दो सत्र से फैसला होगा कि कौन सी टीम दूसरी से बेहतर खेली। यह करीबी मुकाबला होगा।’

कोच और सेलेक्टर्स को देना चाहिए ऐसा माहौल

साउथ अफ्रीका के लिए 166 टेस्ट में 45 टेस्ट शतक जड़ने वाले जैक्स कैलिस ने कहा, ‘बेशक अनुभवी खिलाड़ियों को जानकारी होती है और आपको इसका इस्तेमाल युवा खिलाड़ियों के साथ करना होता है। यह कोच और चयनकर्ताओं का काम है कि वे सुनिश्चित करें जिससे कि अगर युवा खिलाड़ी खेल ना भी रहे हों तो वे उस माहौल का हिस्सा हों जहां वे अनुभवी खिलाड़ियों से सीख सकें।’