दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 मैच की सीरीज के दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन यानी 4 जनवरी 2022 को शार्दुल ठाकुर का जलवा रहा। उन्होंने अपने टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की। वह जोहानिसबर्ग के वांडरर्स मैदान पर 7 विकेट लेने वाले पहले भारतीय और एशियाई गेंदबाज बने। इसके अलावा उन्होंने और भी कई रिकॉर्ड तोड़े और कइयों की बराबरी की।

शार्दुल ठाकुर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 61 रन देकर 7 विकेट झटके। साल 1992 में दक्षिण अफ्रीका की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के बाद से अब तक वांडरर्स में किसी विदेशी खिलाड़ी का यह आंकड़ा संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ है। उनसे पहले 2004/05 में इंग्लैंड के मैथ्यू होगार्ड ने इतने ही रन देकर 7 विकेट लिए थे।

शार्दुल ठाकुर पिछले 100 साल में दक्षिण अफ्रीका में बेस्ट बॉलिंग फिगर (सबसे कम रन देकर सबसे ज्यादा विकेट लेने) वाले दूसरे विदेशी गेंदबाज बन गए हैं। इस मामले में पहले नंबर पर इंग्लैंड के एंड्रयू कैडिक हैं। एंड्रयू कैडिक ने दिसंबर 1999 में डरबन में 46 रन देकर 7 विकेट झटके थे। इस हिसाब से विकेट लेने के मामले में तो शार्दुल ने कैडिक की बराबरी कर ली, लेकिन कम रन देने के मामले में पिछड़ गए।

शार्दुल ठाकुर ने 61 रन देकर 7 विकेट झटकने के साथ ही हरभजन सिंह का 11 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। हरभजन ने 2010/11 में केपटाउन में 120 रन देकर 7 विकेट झटके थे। जोहानिसबर्ग की बात करें तो शार्दुल से पहले इस मैदान पर अनिल कुंबले ने सबसे ज्यादा विकेट लिए थे। उन्होंने 1992/93 में 53 रन देकर 6 विकेट झटके थे।

महाराष्ट्र के कोंकण इलाके में स्थित पालघर कस्बे में 16 अक्टूबर 1991 को जन्में शार्दुल ठाकुर ने इसके साथ ही रविचंद्रन अश्विन का भी रिकॉर्ड तोड़ा। शार्दुल का 61 रन देकर 7 विकेट लेना साउथ अफ्रीका के खिलाफ किसी भी पारी में किसी भी भारतीय का सर्वश्रेष्ठ स्पैल है। इससे पहले यह रिकॉर्ड अश्विन के नाम दर्ज था। अश्विन ने 2015/16 में नागपुर में 66 रन देकर दक्षिण अफ्रीका के 7 विकेट चटकाए थे।

वांडरर्स में 4 साल बाद किसी भारतीय गेंदबाज ने 5 या उससे ज्यादा विकेट लिए हैं। शार्दुल ठाकुर वांडरर्स स्टेडियम में 5 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले छठे भारतीय गेंदबाज हैं। उनसे पहल 1992 में अनिल कुंबले, 1997 में जवागल श्रीनाथ, 2006 में एस श्रीसंत, 2018 में जसप्रीत बुमराह और उसी साल मोहम्मद शमी ने वांडरर्स पर 5 या उससे ज्यादा विकेटें अपने नाम की थीं।