वनडे वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच पहला मैच 1992 मे खेला गया था और उसके बाद से लेकर 2019 वर्ल्ड कप तक दोनों टीमों के बीच 7 मैच खेले गए और हर बार पाकिस्तान की टीम को हार ही मिली है। अब बाबर आजम की कप्तानी में यह आठवां मौका होगा जब पाकिस्तान की टीम वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया से भिड़ने जा रही है।
बाबर आजम पहली बार वनडे वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की कप्तानी कर रहे हैं साथ ही उनकी कप्तानी में यह टीम पहली बार भारतीय धरती पर इस टूर्नामेंट में खेल रही है। अब इतिहास देखें तो भारत का पलड़ा वर्ल्ड कप में पाकिस्तान पर भारी नजर आता है और ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी शायद पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़े।
भारत के खिलाफ हारने पर नहीं जाएगी कप्तानी
भारत के खिलाफ मैच से पहले बाबर आजम से प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पूछा गया कि अगर वह इस मैच में भारत से हार जाते हैं तो क्या उनकी कप्तानी बनी रहेगी या फिर इससे हाथ धोना पड़ सकता है। इसका जवाब देते हुए बाबर आजम ने कहा कि एक मैच से मेरी कप्तान नहीं जाएगी न मिली थी, जितनी अल्लाह ने लिखी है मिलेगी। जब बाबर से भारत बनाम पाकिस्तान मैच के दबाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह वरिष्ठ खिलाड़ियों का कर्तव्य है कि वे युवाओं को सलाह दें और चीजों को सरल रखते हुए गेंद दर गेंद खेलें।
बाबर आजम ने कहा कि अहदाबाद में खूब रन बनते हैं ऐसे में सब अच्छी लेंथ पर गेंद फेंके जिससे कि रन की गति पर लगाम लगाया जा सके। वहीं दवाब के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि दवाब से निपटना अनुभव के साथ आता है। जब मैं पहली बार भारत के खिलाफ खेला था तब दवाब में था। सीनियर खिलाड़ियों का काम है कि वह युवा खिलाड़ियों को सही तरह से गाइड करें। इसमें ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है और सिंपल बात है कि गेंद को देखो और खेलो। वहीं भारत के खिलाफ खराब वनडे रिकॉर्ड पर उन्होंने कहा कि इस टीम के खिलाफ मैंने ज्यादा नहीं खेला है इसकी वजह से मेरा रिकॉर्ड ज्यादा अच्छा नहीं है।