INDO-PAK RELATION: साल 1965 में युद्ध के बाद 13 साल तक भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच क्रिकेट संबंधों पर ब्रेक लगा रहा। 1971 के युद्ध के दोनों देशों के बीच रिश्तों (Relationship) में सुधार के लिए क्रिकेट (Cricket) का सहारा लिया गया और 1978 में भारतीय टीम 3 टेस्ट मैच की सीरीज खेलने के लिए पाकिस्तान गई। भारत ने पाकिस्तान की ओर दोस्ती का हाथ तो बढ़ाया, लेकिन पाकिस्तान (Pakistan) की मंशा कुछ और ही थी। पाकिस्तान ने अपनी धरती पर भारत को नीचा दिखाने के लिए पहले से ही षड्यंत्र रच रखा था।

तीन टेस्ट मैच की वह सीरीज संगीनों के साये में खेली गई थी। पद्मश्री से सम्मानित कॉमेंटेटर सुशील दोशी (Sushil Doshi) ने उस सीरीज का जिक्र अपने संस्मरण में भी किया है। सुशील दोशी ने लिखा कि भारत (Team India) को सीरीज में हराने के लिए पाकिस्तानी अंपायरों (Pakistani Umpires) ने ड्रिंक्स इंटरवल (Drinks Interval) के दौरान गेंद (Ball) तक बदल दी थी। सुशील दोशी हिंदी कॉमेंटेटर के रूप में पाकिस्तान दौरे पर गए थे।

सीरीज (Series) जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकता था पाकिस्तान (Pakistan)

सुशील दोशी लिखते हैं, ‘तीन टेस्ट मैचों की शृंखला जब शुरू हुई थी तब से ही खबरें छन-छन कर आनी शुरू हो गईं थीं कि पाकिस्तान इस सीरीज को जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। अंपायर क्रीज पर टिक कर बल्लेबाजी कर रहे भारतीय (Indian) खिलाड़ियों को मौका मिलते ही आउट देने के लिए तैयार रहते थे, जबकि जहीर अब्बास और इमरान खान जैसे पाकिस्तानी खिलाड़ियों को अभयदान मिला हुआ था।’

सुशील दोशी लिखते हैं, ‘सीरीज के आखिरी मैच यानी कराची टेस्ट (Karachi Test) के पांचवें दिन ऐसा लगने लगा था कि मैच बराबरी पर समाप्त हो जाएगा, लेकिन लंच के बाद ड्रिंक्स इंटरवल क्या हुआ, जैसे भारतीय बल्लेबाजों पर कयामत ही आ गई। गेंद ऐसे शरारत करने लगी, जैसे पूरे मैच में कभी की ही नहीं थी। रिवर्स स्विंग (Reverse Swing) का ऐसा नजारा मैंने जिंदगी में कभी नहीं देखा था।’

सुशील दोशी ने लिखा, ‘गेंद ऑफ स्टंप से बहुत ज्यादा बाहर से डिप होकर अंदर आ रही थी और लेग स्टंप उड़ जा रहा था। तकनीकी रूप से बहुत मजबूत गुंडप्पा विश्वनाथ को जब मैंने इस तरह आउट देखा तो मेरा माथा ठनका। साफ जाहिर था कि ड्रिंक्स इंटरवल के दौरान अंपायर्स के कब्जे में रहने वाली गेंद बदल दी गई थी।’

पाकिस्तान (Pakistan) की साजिश! 2 विकेट पर 143 रन के बाद 300 रन पर ढेर हो गई पूरी भारतीय टीम

उन्होंने आगे लिखा, ‘भारतीय टीम (Indian Cricket Team) अपनी दूसरी पारी में बहुत अच्छी स्थिति (लंच तक दो विकेट पर 143 रन) से अचानक 300 रन पर ऑलआउट हो गई थी।’ बता दें कि भारत ने पहली पारी पारी में 344 रन बनाए थे। जवाब में पाकिस्तान (Pakistan) ने 9 विकेट पर 481 रन बनाकर पहली पारी घोषित कर दी थी। दूसरी पारी में भारतीय टीम जब 300 रन पर ऑलआउट हुई तो पाकिस्तान को जीत के लिए 164 रन बनाने का लक्ष्य मिला। पाकिस्तान ने 25 ओवर में सिर्फ 2 विकेट के नुकसान पर ही बना लिए थे।

सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कराची टेस्ट की दोनों पारियों में जड़ा था शतक

पाकिस्तान के उस दौरे पर भारतीय टीम की कमान बिशन सिंह बेदी (Bishan Singh Bedi) के हाथों में थी। सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कराची टेस्ट मैच में बहुत ही शानदार बल्लेबाजी की थी। उन्होंने दोनों ही पारियों में शतक (111 और 137 रन) लगाया था। वहीं पाकिस्तान की ओर से जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने शतक 100 रन की पारी खेली थी।

1952 में भारत-पाकिस्तान (India vs Pakistan) के बीच खेली गई थी पहली क्रिकेट सीरीज

भारत और पाकिस्तान के बीच पहली क्रिकेट सीरीज 1952 में खेली गई थी। तब पाकिस्तान टीम भारत आई थी। भारत ने वह सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी। साल 1955 में 5 मैच की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए भारतीय टीम पाकिस्तान गई। उस सीरीज का हर मैच ड्रा रहा था। साल 1960 में पाकिस्तान की टीम 5 टेस्ट की सीरीज खेलने के लिए फिर भारत खेलने आई। उस सीरीज में भी किसी मैच का नतीजा नहीं निकल पाया था।