इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 में शाहरुख खान के सह-मालिकाना हक वाली कोलकाता नाइटराइडर्स के स्टार ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर अब भारतीय टी20 टीम का भी हिस्सा हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के पहले मैच से अपना टी20 इंटरनेशल डेब्यू किया। वह 19वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए आए। आखिरी ओवर में टीम इंडिया को जीत के लिए 10 रन बनाने थे। पहली गेंद वाइड हो गई।

अय्यर ने दूसरी गेंद में चौका जड़कर भारतीय टीम के ऊपर बढ़ रहे दबाव को कम कर दिया। अगली गेंद पर उन्होंने रिवर्स स्वीप के जरिए छक्का लगाने की कोशिश की, लेकिन शॉर्ट थर्डमैन पर लपके गए। वेंकटेश अय्यर ने आईपीएल 2021 के दूसरे चरण में शारजाह में गति वाली पिच पर राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ भी 34 गेंद में 38 रन ठोके थे। हालांकि, बाद में लेग स्पिनर राहुल तेवतिया के खिलाफ एक बड़ा रिवर्स-स्वीप करने की कोशिश की, वह बोल्ड हो गए थे।

इंदौर में महाराजा यशवंतराव क्रिकेट क्लब में अय्यर के मेंटोर और उनके लंबे समय तक कोच रहे दिनेश शर्मा ने कहा, ‘रिवर्स स्वीप एक शॉट है जिसकी आमतौर पर उन लोगों को जरूरत होती है जिनके पास बहुत अधिक स्ट्रोक नहीं होते हैं। भगवान ने उसे ऐसा उपहार दिया है, जिससे वह ऐसी गेंदों पर भी बड़ा शॉट लगा सकता है, जो दूसरों की पहुंच से बाहर हो सकती हैं।’

यूएई से लौटने के बाद, दिनेश शर्मा ने वेंकटेश अय्यर से कहा था कि सिर्फ इसलिए कि वह टी20 फॉर्मेट खेल रहे हैं, इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें स्वीप और रिवर्स-स्वीप का सहारा आवश्यक रूप से लेना ही होगा। खासकर तब जब वह अपनी लंबाई, ताकत और गेंद तक पहुंचने की क्षमता के साथ वह आसानी से बॉल को सीमा रेखा के बाहर भेज सकता है।

गत बुधवार यानी 17 नवंबर 2021 को दिनेश शर्मा ने जयपुर में वेंकटेश अय्यर से बहुत उम्मीदें थीं। अय्यर ने जयपुर से ही अपने टी20 इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की। लेकिन अय्यर अपने डेब्यू को यादगार नहीं बना पाए और रिवर्स स्वीप के चक्कर में महज 4 रन बनाकर आउट हो गए।

दिनेश शर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, ‘ऐसा नहीं है कि रिवर्स स्वीप से आपको 10 रन मिल सकते हैं। यदि आप यह शॉट लगाएंगे भी तब भी आपको केवल चार ही मिलेंगे। जिस गेंद पर वह आउट हुआ, अगर उसने उसे जोर से मारा होता तो मैं आपको बताता कि वह एक्स्ट्रा कवर पर छक्का होता।’ दिनेश शर्मा जानते हैं कि अगर अय्यर ने डेब्यू पर विजयी शॉट लगाया होता तो उसका क्या असर होता।

दिनेश शर्मा ने कहा, ‘ठीक है। उस समय मैच का माहौल बहुत टेंस था, लेकिन लेकिन कई बार यह आपको महंगा पड़ सकता है। अगर वह टीम के लिए विजयी शॉट लगाता तो कौन जानता है कि वह अगले 10 मैच तक के लिए प्लेइंग इलेवन में खुद की जगह पक्की कर लेता।’

कोच समझते हैं कि रिवर्स शायद करीब था, लेकिन इस पर भी कायम हैं कि अय्यर बिना प्रयास किए बेहतर होते। उन्होंने कहा, ‘पहले चौके के बाद मिशेल को भी पता चल गया होगा कि अगर वह फिर से पिच पर गेंद देंगे तो वेंकटेश उसे फिर से हिट करेगा। वेंकटेश को भी अहसास रहा होगा कि गेंद अब ऑफ के बाहर फुल आएगी, इसलिए रिवर्स करीब था, क्योंकि थर्ड मैन ऊपर था।’

दिनेश शर्मा ने कहा, ‘लेकिन मिशेल ने थोड़ी धीमी गेंदबाजी की और वेंकटेश अच्छी तरह से कनेक्ट नहीं कर पाए। अगर ऐसा होता तो क्षेत्ररक्षक के ऊपर से गेंद जाती। हालांकि, मैं फिर भी कहूंगा कि उसे रिवर्स के लिए नहीं जाना चाहिए था, क्योंकि मिशेल एक फुलटाइम बॉलर नहीं हैं। अय्यर अपनी पावर से उसे कहीं और खेल सकता था।’

दिनेश शर्मा का कहना है कि वह सीरीज खत्म होने तक अय्यर से इस संबंध में ज्यादा बात नहीं करेंगे। शर्मा ने बताया, ‘खेल के बाद मैंने उससे केवल इतना कहा कि बदकिस्मत, लेकिन अच्छा रवैया।’