राजकोट टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने रोहित शर्मा की कप्तानी में रनों के लिहाज से टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज करते हुए इंग्लैंड की टीम को 484 रन से हराया। इस टेस्ट मैच के दौरान भारतीय क्रिकेट फैंस को खुशी के कई लम्हें मिले साथ ही साथ कई भारतीय खिलाड़ियों जैसे की रोहित शर्मा, शुभमन गिल, सरफराज खान, यशस्वी जायसवाल, मोहम्मद सिराज, रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन इस मैच का सबसे बड़ा टर्निंग प्वांइट क्या रहा जिससे भारत को जीत मिली इसके बारे में भारतीय क्रिकेट टीम के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ ने बताया।
रोहित-जडेजा की पार्टनरशिप रहा मैच का टर्निंग प्वाइंट
भारतीय टीम के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ ने बीसीसीआई के हवाले से कहा कि इस मैच का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट पहली पारी में कप्तान रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा की साझेदारी रही और इसके दम पर भारत को जीत मिली। भारत ने इस मैच की पहली पारी में अपने पहले 3 विकेट 33 रन के स्कोर पर गंवा दिए थे, लेकिन इसके बाद जिस तरह से रोहित और जडेजा ने पारी को संवारने का काम किया वह शानदार था। उन्होंने कहा कि इन दोनों सीनियर खिलाड़ियों को टीम इंडिया को बेहद बुरी स्थिति से बाहर निकाला।
रोहित और जडेजा के बीच हुई 204 रन की साझेदारी
आपको बता दें कि तीसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में राजकोट में भारत के 3 विकेट 33 रन के स्कोर पर ही गिर गया था और भारतीय टीम बुरी स्थिति में आ गई थी, लेकिन इसके बाद रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा ने चौथे विकेट के लिए 204 रन की बेहतरीन साझेदारी की और भारत को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला। पहली पारी में रोहित शर्मा ने टीम के लिए 131 रन की पारी खेली जबकि रवींद्र जडेजा ने 112 रन की पारी खेली। वहीं दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने रही सही कसर पूरी कर दी और नाबाद 214 रन की पारी खेलते हुए इंग्लैंड को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया। वहीं जडेजा ने इस मैच में फाइफर के साथ कुल 7 विकेट लिए और शतक भी लगाया। जडेजा को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया।