टीम इंडिया ने अपनी धरती पर बादशाहत कायम रखते हुए इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज अपने नाम कर ली है। पांच मैचों की सीरीज के चौथे मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को 5 विकेट से मात दे दी। रांची में खेले गए इस मुकाबले में भारत को 192 रन का लक्ष्य मिला था जिसे टीम ने 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया। शुभमन गिल (52) और ध्रुव जुरेल (39) की अहम पारियों की बदौलत भारत यह मैच जीत सका।

अश्विन ने पुजारा को पीछे छोड़ा

इस जीत में टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन का भी अहम योगदान रहा। उन्होंने इंग्लैंड की दूसरी पारी में पांच विकेट चटकाए थे। रांची टेस्ट जीतने के साथ ही रविचंद्रन अश्विन ने एक रिकॉर्ड के मामले में चेतेश्वर पुजारा को पीछे छोड़ दिया है जबकि वह विराट कोहली के करीब पहुंच गए हैं। दरअसल, भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट जीत का हिस्सा रहने के मामले में अश्विन ने पुजारा को पीछे छोड़ दिया है। वहीं रोहित शर्मा ने भी एक रिकॉर्ड में एमएस धोनी की बराबरी की है।

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क्या है वह रिकॉर्ड

भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट जीत का हिस्सा सचिन तेंदुलकर रहे हैं। सचिन उन 72 मैचों का हिस्सा रहे हैं जिसमें भारत ने जीत दर्ज की है। वहीं इस मामले में विराट कोहली दूसरे स्थान पर हैं। विराट उन 59 मैचों में टीम का हिस्सा रहे हैं जहां टीम ने टेस्ट मैच जीता हो। अब अश्विन भी 58 जीत के साथ विराट कोहली के करीब पहुंचे हैं। वहीं उन्होंने पुजारा की बराबरी कर ली है। पुजारा भी 58 टेस्ट जीत का हिस्सा रहे हैं। इस मामले में राहुल द्रविड़ पांचवें स्थान पर हैं। वह उन 56 टेस्ट मैचों में टीम का हिस्सा रहे हैं, जहां भारत जीता है।

रोहित ने की धोनी की बराबरी

सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच जीतने के मामले में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने एमएस धोनी की बराबरी कर ली है। इस मामले में रिकी पोंटिंग शीर्ष पर हैं। पोंटिंग अपने करियर में ऐसे 377 मैचों का हिस्सा रहे हैं जहां टीम ने जीत दर्ज की है। रोहित शर्मा का यह 298वां इंटरनेशनल मैच था जहां टीम को जीत मिली थी। धोनी ने भी 298 मैच ही खेले हैं जहां भारत को जीत मिली थी। विराट कोहली 313 मैचों के साथ तीसरे स्थान पर हैं। सचिन तेंदुलकर 307 मैचों में टीम का हिस्सा रहे।