भारत-इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन भारत ने बगैर किसी रन पर पहला विकेट गंवा दिया। इसी के साथ टीम इंडिया ने 11 साल बाद शर्मनाक इतिहास दोहराया। 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ भारत ने टेस्ट मैच की दोनों ही पारियों में बगैर कोई रन बनाए अपना पहला विकेट गंवाया था। उस वक्त वसीम जाफर डक पर आउट होने बल्लेबाज थे। लॉर्ड्स में 12 अगस्त को दूसरे टेस्ट के दौरान मुरली विजय भी दोनों पारियों में कोई रन नहीं बना सके और भारत के लिए पहला झटका साबित हुए। भारत को दोनों इनिंग में बगैर किसी रन के ही झटका लगा।
बता दें कि अपनी दूसरी पारी में भारत 2 विकेट के नुकसान पर 17 रन बना लिए हैं। टीम इंडिया को मुरली विजय के रूप में पहला झटका लगा। उस वक्त तक टीम इंडिया का खाता भी नहीं खुल सका था। विजय इस मैच की दोनों पारियों में एक भी रन नहीं बना सके। वहीं केएल राहुल भी 10 ही रन का योगदान दे सके।
टेस्ट की दोनों पारियों में बगैर किसी नुकसान को भारत को पहला झटका:
बनाम बांग्लादेश, चिट्टागांव, 2007 (वसीफ जाफर)
बनाम इंग्लैंड, लॉर्ड्स, 2018 (मुरली विजय)
इससे पहले क्रिस वोक्स (नाबाद 137) और जॉनी बेयर्सटो (93) के बीच छठे विकेट के लिए हुई 189 रनों की साझेदारी के दम पर इंग्लैंड ने लॉर्डस मैदान पर जारी दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन रविवार को सात विकेट पर 396 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित कर दी। इंग्लैंड के पास 289 रनों की बढ़त है। भारतीय टीम पहली पारी में 107 रन पर ऑलआउट हो गई थी।
इंग्लैंड ने तीसरे दिन के स्कोर छह विकेट के नुकसान पर 357 रन से आगे खेलना शुरू किया। मेजबान टीम ने चौथे दिन अपने स्कोर में 39 रन का और इजाफा किया और एक विकेट गंवाया। सैम कुरेन (40) के आउट होते कप्तान जोए रूट ने पारी घोषित कर दी।
वोक्स ने अपनी नाबाद पारी में 177 गेंदों पर 21 चौके लगाए। वहीं कुरेन ने 49 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। वोक्स और कुरेन के बीच सातवें विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी हुई। भारतीय टीम के लिए हार्दिक पांड्या ने 66 रन पर तीन विकेट और मोहम्मद शमी ने 96 रन पर तीन विकेट लिए। इशांत शर्मा को 101 रन पर एक विकेट मिला।