भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैच की सीरीज का चौथा टेस्ट रोमांचक दौर में पहुंच गया है। भारत की पहली पारी 191 रन के जवाब में इंग्लैंड ने पहली पारी में 290 रन बनाए थे। इसके बाद भारतीय टीम ने दूसरी पारी में शानदार वापसी की और 466 रन का स्कोर किया।
इस हिसाब से भारत ने इंग्लैंड को यह मैच जीतने के लिए 369 रन का लक्ष्य दिया। अब अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो भारतीय टीम के पास इस मैच को जीतने का सुनहरा अवसर है। दरअसल, इंग्लैंड की टीम टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में आज तक 360 या इससे ज्यादा का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई है।
टेस्ट क्रिकेट के 144 साल के इतिहास में सिर्फ 9 टीमें ही 368 या उससे ज्यादा लक्ष्य हासिल कर पाईं हैं। हालांकि, इस सूची में इंग्लैंड का नाम नहीं है। वहीं, इंग्लैंड की बात करें तो सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ऐसा करने में सिर्फ एक बार सफल रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने 27 जुलाई 1948 को लीड्स में 4 विकेट पर 406 रन बनाकर जीत हासिल की थी। उसके बाद से कोई भी टीम 368 या उससे ज्यादा का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई है।
यही नहीं, इस मैच को जीतकर भारतीय क्रिकेट टीम के पास भी इतिहास रचने का मौका है। भारत और इंग्लैंड के बीच अब तक 65 टेस्ट मैच खेले गए हैं। इनमें से भारत ने सिर्फ 11 जीते हैं, जबकि 33 में उसे हार झेलनी पड़ी है। 20 मैच ड्रॉ रहे हैं।
भारतीय टीम इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 200 से कम के स्कोर पर ऑलआउट हुई। यह टीम इंडिया का टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड में पहले बल्लेबाजी करते हुए 12वीं बार 200 से कम रन का स्कोर है।
इससे पहले जब भी वह 11 बार 200 से कम के स्कोर पर आउट हुई थी, उनमें से उसे 10 बार हार झेलनी पड़ी थी। इसमें से 8 बार वह पारी से हारी थी, जबकि उसे एक बार 9 विकेट और एक बार 8 विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
साल 1979 में लॉर्ड्स में खेला गया सिर्फ एक टेस्ट ड्रॉ रहा था, क्योंकि तब बारिश ने मैच में खलल डाल दिया था। अब यदि टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट जीत लेती है, तो वह न सिर्फ इतिहास रचेगी, बल्कि खुद पर लगा एक बदनुमा दाग भी हटा देगी।