India vs Bangladesh, 3RD ODI: आक्रामक बल्लेबाजी करने वाले इशान किशन (Ishan Kishan) एकदिवसीय क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज दोहरा शतक बनाकर खुश हैं। हालांकि, इशान ने इस फॉर्मेट में पहला तिहरा शतक बनाने के सुनहरे अवसर से चूकने पर अफसोस जताया। वहीं, इशान किशन के कोच उत्तम मजूमदार ने पॉकेट डायनामाइट के नाम से मशहूर इशान किशन (Ishan Kishan) की तेजी से रन बनाने की क्षमता का राज खोला।

क्रिस गेल ने 2015 में 138 गेंद पर ठोका था दोहरा शतक (Chris Gayle hit double century in 138 balls in 2015)

बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में 18 जुलाई 1998 को जन्में इशान किशन (Ishan Kishan) ने अपने 10वें एकदिवसीय मैच में बेखौफ बल्लेबाजी करते हुए 131 गेंद की पारी में 24 चौके और 10 छक्के की मदद से 210 रन बनाए। इशान ने 126 गेंद में अपना दोहरा शतक पूरा किया, जो इस फॉर्मेट का सबसे तेज दोहरा शतक है। इससे पहले पुरुष क्रिकेट (Men’s Cricket) में यह रिकॉर्ड क्रिस गेल (Chris Gayle) के नाम था। क्रिस गेल ने 2015 विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ 138 गेंद में दोहरा शतक पूरा किया था।

मेरे पास 300 रन बनाने का मौका था: इशान किशन (I Had A Chance To Score 300 Runs: Ishan Kishan)

इशान पारी के 36वें ओवर में आउट हुए। उनकी इस आक्रामक पारी से भारत ने आठ विकेट पर 409 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। इशान ने भारतीय पारी के बाद प्रसारणकर्ता ‘सोनीलिव’ (SonyLiv) से कहा, ‘जब मैं आउट हुआ था तब 15 ओवर (14.1 ओवर) बचे हुए थे। मेरे पास 300 रन बनाने का मौका था।’ इशान किशन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में दोहरा शतक बनाने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज हैं। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) यह उपलब्धि तीन बार हासिल कर चुके हैं। सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने 1-1 बार दोहरा शतक लगाया है।

विराट कोहली ने बढ़ाया इशान किशन का हौसला (Virat Kohli encouraged Ishan Kishan)

इशान ने कहा, ‘ऐसे दिग्गजों के बीच अपना नाम सुनकर मैं खुश हूं। विकेट बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छा था। मेरा इरादा बहुत साफ था। अगर गेंद कमजोर होगी तो मैं उसे हिट करूंगा।’ इशान ने यह पारी भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की क्रीज पर मौजूदगी में खेली। इशान किशन ने कहा कि शतक और दोहरे शतक के करीब पहुंचने पर विराट कोहली ने उनकी घबराहट को कम करने में मदद की थी।

इशान किशन ने कहा, ‘मैं विराट भाई (Virat Bhai) के साथ बल्लेबाजी कर रहा था। वह मुझे बता रहे थे कि किन गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाना चाहिए। जब मैं 95 रन पर था तो छक्के के साथ शतक पूरा करना चाहता था, लेकिन उन्होंने कहा कि यह मेरा पहला शतक है इसलिए जोखिम लिए बिना 1-2 रन लेकर इसे पूरा करूं।’

इशान किशन के काम आई सूर्यकुमार यादव की सलाह (Suryakumar Yadav’s advice came in handy for Ishan Kishan)

इशान सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) के काफी करीब हैं। सूर्यकुमार ने मैच शुरू होने से पहले इशान को बल्लेबाजी अभ्यास करने की सलाह दी थी। इशान ने कहा, ‘मैंने सूर्या भाई से बात की थी। उन्होंने बताया था कि मैच से पहले अगर आप बल्लेबाजी अभ्यास करते हैं तो क्रीज पर उतरने के बाद गेंद का ज्यादा अच्छे से देख पाते हैं। मैं ज्यादा दबाव लिए बिना मौके का फायदा उठाना चाहता था।’

बल्लेबाजी के लिए परफेक्ट विकेट था: इशान किशन (It was A perfect wicket For Batting: Ishan Kishan)

प्लेयर ऑफ द मैच (Player Of The Match) चुने गए इशान किशन ने मैच के बाद कहा, यह बल्लेबाजी करने करने के लिए परफेक्ट विकेट था। मैं बस गेंद को अच्छे से देखना चाहता था और उसी फ्लो में खेलना चाहता था। इस स्तर पर जब भी आपको मौका मिलता है। आपको इसका ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने की जरुरत होती है। मैं बस गेंद और गेंदबाजों को पिक कर रहा था और चीजें मेरे हिसाब से चलती गईं।

अपने कोच को हर दिन होटल बुलाते थे इशान किशन (Ishan Kishan used to call his coach to the hotel every day)

भारतीय टीम इस साल जून में जब दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए दिल्ली पहुंची तो क्रिकेट कोच उत्तम मजूमदार का फोन बजा। उनसे आईटीसी मौर्या होटल पहुंचने का निवेदन किया गया। फोन कॉल पर दूसरी तरफ उनके चहेते शिष्य इशान किशन थे।

ग्रेटर नोएडा में अपनी क्रिकेट अकादमी चलाने वाले उत्तम मजूमदार ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘इशान चाहता था कि मैं हर दिन होटल जरूर आऊं। जब वह मैदान में अभ्यास सत्र का हिस्सा नहीं होता था तब वह एनरिक नॉर्खिया और कगिसो रबाडा जैसे गेंदबाजों की शॉर्ट पिच गेंद का सामना करने की तैयारी कर रहा होता था। वह अपने सिर को सही स्थिति में रखना चाहता था, ताकि बाउंसर गेंदों पर कोई परेशानी ना हो।’

इशान किशन होटल के कमरे में करते थे पुल शॉट की प्रैक्टिस: उत्तम मजूमदार (Ishan Kishan used to practice pull shot in hotel room: Uttam Mazumdar)

अपने शिष्य की रिकॉर्ड दोहरी शतकीय पारी पर गर्व जताते हुए उन्होंने कहा, ‘इशान का होटल कमरा अभ्यास सत्र का विस्तारित हिस्सा बन गया था। मैच से 4-5 दिन पहले वह पुल शॉट का अभ्यास करना शुरू कर देता था। इसमें उनकी कोशिश मानसिकता को मजबूत करने की थी। इशान ने उस मैच में पारी की शुरुआत करते हुए 76 रन बनाए थे।’

उत्तम मजूमदार (Uttam Mazumdar) ने कहा, ‘इशान का शॉर्ट गेंदों पर यह अभ्यास इसलिए भी जरूरी था, क्योंकि जून में श्रीलंका के तेज गेंदबाज लाहिरू कुमारा की गेंद उनके सिर (हेलमेट) पर लगी थी। इसके बाद शॉर्ट पिच गेंदों पर उनकी तकनीक को लेकर सवाल उठे थे। हालांकि, अब इशान ने 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले इबादत हुसैन की गेंद पर आसानी से छक्के जड़े।’

इशान ने मुझे जन्मदिन का तोहफा दे दिया: उत्तम मजूमदार (Ishan Kishan Gave Me A Birthday Gift: Uttam Mazumdar)

कोच ने कहा, ‘सात दिसंबर को मेरा जन्मदिन था। इशान की इस पारी से ऐसा लग रहा कि मेरे अपने बच्चे ने ही मुझे जन्मदिन का तोहफा दिया है।’ मजूमदार ने बीते दिनों को याद करते हुए बताया, ‘इशान अभी 24 साल के हैं। उनके पिता प्रणव पांडे जब पटना स्थित बिहार क्रिकेट अकादमी में इशान को लेकर गए थे तब उनकी उम्र महज छह साल थी। पिछले 18 साल से इशान मेरे साथ हैं।’

उत्तम मजमूदार ने कहा, ‘ज्यादा लोगो कों यह बात पता नहीं है कि जब बिहार की रणजी टीम पर प्रतिबंध लगा था तब मैं भी उन संभावित खिलाड़ियों की सूची में था। इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी और मैं एक ही कमरे में रहते थे। इशान जब प्रशिक्षण के लिए आए थे तब उनका कद-काठी इतना छोटा था कि मुझे उन्हें हाथ नीचे करके गेंदबाजी करनी होती थी। लेकिन उसका कवर ड्राइव देकर मैंने उनके पिता को कह दिया था कि अगर उसकी किस्मत बहुत खराब हुई तभी ही वह भारत का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाएगा।’

इशान किशन नेट पर 500-600 गेंद का करते हैं सामना, 200 गेंद पर लगाते हैं पावर हिट: कोच (Ishan Kishan faces 500-600 balls in the nets, power hit on 200 balls: Coach)

इशान की दोहरी शतकीय पारी के दौरान लगाए छक्के से कोच काफी प्रभावित हैं। उन्होंने कहा, ‘आपने उनके बल्ले से निकले 10 छक्कों को आज देखा होगा। अपको अंदाजा हो गया होगा कि छोटे कद के बाद भी वह कितनी ताकत से शॉट लगाता है। वह नेट पर 500 से 600 गेंद का सामना करता है। इसमें से 200 गेंद पर पावर हिटिंग का प्रयास करता है।’ मजूमदार ने बताया कि इशान ने जब झारखंड का प्रतिनिधित्व करना शुरू किया तब धोनी ने भी उनकी प्रतिभा का लोहा माना था।